फल व छाया के साथ जीवनदायनी आक्सीजन देते हैं पेड़ः मनोज सिंह डब्लू
Young Writer, चंदौली। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू अपने सामाजिक व राजनीतिक दायित्वों के साथ ही पर्यावरण को लेकर भी काफी गंभीर हैं। उन्होंने एक पेड़ मां के नाम मुहिम को आगे बढ़ाते हुए शनिवार को सुंडेहरा व फुटिया गांव में ग्रामीणों के बीच पौध वितरित किए। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों को पौधरोपण के साथ ही उसके संरक्षण का संकल्प भी दिलाया। उनके द्वारा प्रत्येक गांव में 500-500 आम, अमरूद, जामुन, नीबू, आंवला के पेड़ वितरित किए और ग्रामीणों के साथ पौधरोपण कर उन्हें मानव जीवन में पेड़-पौधों के महत्व के बारे में बताया कि और उनके संरक्षण के लिए प्रेरित भी किया।
इस दौरान सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू ने कहा कि पेड़-पौधे ईश्वर द्वारा प्रदत्त एक बहुमूल्य उपहार हैं जिनका संबंध सीधे तौर पर मानव जीवन के अस्तित्व से जुड़ा हुआ है। पेड़ इंसानों को जीवन जीने के लिए जरूरी आक्सीजन प्रदान करते हैं। इसके अलावा फल व छाया भी हमें पेड़ों से प्रदान होती है। पेड़ों की मौजूदगी से पर्यावरण संतुलन कायम रहता है और समय पर बरसात भी होती है। आज जलवायु परिवर्तन व दैवीय आपदाओं में वृद्धि का सबसे बड़ा कारण पेड़ों की अंधा-धुंध कटाई है। हमें अपने निजी स्वार्थ को त्याग कर पेड़ों की कटाई को बंद करते हुए उनके संरक्षण की दिशा में काम करना होगा।
Manoj Singh W ने कहा कि आज कहीं लोग सूखे की मार झेल रहे हैं तो कुछ इलाकों में बाढ़ जैसी विभीषिका से लोगों का जीवन खतरे में आ गया है। ऐसी दैवीय आपदाएं पर्यावरण संतुलन बिगड़ने का परिणाम है। कहा कि सरकार के साथ-साथ प्रत्येक नागरिक का यह नैतिक दायित्व बनता है कि वह अपने आसपास खाली पड़ी जमीन पर पौध लगाए और उसकी देखभाल तब तक करे, जब तक पौध, पेड़ का आधार आकार न ले ले। उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों को शपथ दिलाया कि वह आज जिन पौधों को लगा रहे हैं। उनकी देखभाल व संरक्षण ठीक उसी प्रकार करेंगे, जैसा कि वह अपने घरों पर अपने मां-बाप का करते हैं।
इस दौरान मनोज सिंह डब्लू की इस मुहिम में ग्रामीणों ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की और पेड़ों को अपने घर व मोहल्ले, खेत-खलिहान में खाली पड़ी जमीन पर लगाने का काम किया। इस अवसर पर राजेन्द्र सिंह, कांता चौहान, सुजीत चौहान, धर्मेंद्र सिंह, कुबेर सिंह, जितेंद्र सिंह, प्रीतम कुमार, विसरु चौहान, राहुल निषाद, मुरारी राम उपस्थित रहे।