Young Writer, चंदौली। एआईएमआईएम पार्टी ने मंगलवार को विभिन्न मांगों को लेकर बिछियां धरना पर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान एआईएमआईएम पदाधिकारियों ने सरकार को निशाने पर लेते हुए अपने मांगों से संबंधित पत्रक डीएम को सौंपा। आरोप लगाया कि राज्य सरकार कानूनी प्रक्रिया को ताक पर रखकर मुसलमानों, दलितों व गरीबों के खिलाफ द्वेष पूर्वक बुलडोजर नीति का इस्तेमाल कर रही है, जो पूरी तरह से गलत है। इस पर तत्काल रोक लगाई जाए।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि राज्य में व्याप्त आतंक और दहशत को समाप्त किया जाए और प्रत्येक नागरिक के जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। मुसलमानों, दलितों और गरीबों को झूठे मुकदमों में फंसाना बंद किया जाए। कहा कि देश और प्रदेश में फैले नफरत के माहौल को समाप्त किया जाए। धर्म और जाति के नाम पर समाज में नफरत फैलाने वालों के खिलाफ बिना किस भेद के कठोर कार्यवाही की जाए। मोब-लिंचिंग की घटना को रोकने के लिए उचित कदम उठाया जाए और उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लायी जाए। माब-लिंचिंग से जुड़े मामलों का निपटारा फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए किया जाए। जिला महासचिव संजय सिंह ने कहा कि सरकार मुसलमान, दलित और गरीबों के साथ सौतेला व्यवहार अपना रही है। कहा कि यहां के विधायक, नेता जिले का विकास करने की बजाय धर्म की राजनीति कर रहे हैं। यूपी में बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है। बावजूद इसके बिहार सरकार से यूपी सरकार सीख नहीं ले रही है। आरोप लगाया कि डीएम साहब को समय तो नहीं है, उनके पीए ने पत्रक लेकर मांगों के बाबत कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस अवसर पर शेख मोहिउद्दीन, वसीम अहमद, जकारिया अंसारी आदि उपस्थित रहे।