खखड़ा में आक्रोशित ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया धरना
Young Writer, इलिया। क्षेत्र के खखड़ा गांव में अराजक तत्वों ने गुरुवार की रात्रि में बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तोड़ दी। अराजक तत्वों ने प्रतिमा का हाथ तोड़ने के साथ ही चेहरे पर ईट मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया। शुक्रवार की सुबह मूर्ति टूटा देख ग्रामीण आक्रोशित हो उठे और घटना की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पाते ही पुलिस क्षेत्राधिकारी आशुतोष त्रिपाठी मौके पर पहुंचकर सूझबूझ से मामले को शांत कराया तथा नई मूर्ति लगाने की बात कही तब जाकर ग्रामीण शांत हुए।
वहीं तीन माह में दूसरी बार बाबा साहब की मूर्ति क्षतिग्रस्त होने से काफी आक्रोश व्याप्त रहा। वही आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग किया। वहीं देर शाम तक ग्रामीण मूर्ति लगने तक डटे रहे। इस दौरान सीओ ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि जो भी मूर्ति को क्षतिग्रस्त किया है उसकी तलाश कर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि रतीश कुमार ने कहा कि मूर्ति तोड़ने से बाबा साहब के विचारों को खत्म नहीं किया जा सकता है। इस अवसर पर पूर्व विधायक जितेन्द्र कुमार, मुन्ना भास्कर, अजय सिंह बबलू, मुन्नी मास्टर, अरविन्द मास्टर, श्याम लाल, विकास आजाद, फूलचंद राम, कमला,योगेश कुमार, धर्मपाल, मिथिलेश कुमार, अभिषेक, मनीष उपस्थित रहे।
महापुरुषों के अपमान से आहत होता है समाजः डा.उमेश प्रसाद
इलिया। क्षेत्र के खखड़ा गांव में संविधान निर्माता डा.भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को खंडित किए जाने की घटना से क्षेत्र का संभ्रांत वर्ग आहत है। खखड़ा निवासी ललित निबंधकार डा.उमेश प्रसाद सिंह ने घटना को शर्मनाम व निंदनीय बताया। कहा कि डा.अंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया जाना असामाजिक व अनैतिक कृत्य है। इसकी जितनी भी भर्त्सना की जाए कम है। कहा कि स्वस्थ समाज में ऐसी घटनाओं के लिए कोई जगह नहीं है। किसी भी महापुरुष की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त या तोड़फोड़ करना ठीक नहीं है। ऐसी घटनाओं से समाज आहत होता है। हम सभी को महापुरुषों के बलिदान, योगदान व उनके त्याग व समर्पण से प्रेरित होकर समाज के हित में कुछ करने के लिए लोगों को आगे आना चाहिए।