अफसरों की उदासीनता से चंदौली नगर पंचायत के 30 हजार लोग गंदा पानी पीने को मजबूर
Young Writer: चंदौली नगर में दस साल पहले चार करोड़ 50 लाख की लागत से बनी पानी की टंकी अभी तक चालू नहीं हो पाई। इससे 30 हजार लोगों गंदा पानी पीने के लिए मजबूर हैं। इसका संचालन नहीं होने का कारण भी अधिकारी नहीं बता पा रहे हैं।
चंदौली नगर पंचायत की 30 हजार की आबादी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए वर्ष 2014 में जल निगम ने वार्ड 12 गौतम नगर में पानी की टंकी का निर्माण कराया था। यही नहीं, पाइप लाइन भी बिछाई गई थी। लेकिन आज तक टंकी को जल निगम ने नगर पंचायत को हैंडओवर नहीं किया। करीब 14 हजार लीटर की टंकी शोपीस बनकर रह गई है। नगर पंचायत में 15 वार्ड हैं। दो वार्डों में रेलवे ट्रैक के उत्तरी हेड टैंक और शेष 13 वाडों में दो ओवरहेड टैंक से पानी की आपूर्ति होती है। ये टैंक जर्जर हो गए हैं। और पाइप लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई है। इसलिए पेयजल की आपूर्ति पूरी नहीं हो पा रही। वहीं, घरों में गंदा पानी पहुंच रहा है। इस दौरान नगर अध्यक्ष सुनील यादव गुड्डू का कहना है कि पानी की टंकी अभी अभी जल निगम के हाथों में है। नगर पंचायत को हैंडओवर नहीं हो पाई है। इसकी वजह क्या है यह जानकारी कर इसका संचालन कराने का प्रयास किया जाएगा।