खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए अभियान चलाकर हो छापेमारी
Young Writer, चंदौली। जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे की अध्यक्षता में जनपद के उर्वरक उपलब्धता वितरण एवं निकट भविष्य में फास्फेटिक एवं यूरिया उर्वरक की मांग की दृष्टिगत समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा सभी उर्वरक से संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि किसी भी स्तर से किसानों को उर्वरक उपलब्धता में कोई समस्या उत्पन्न नहीं होनी चाहिए अन्यथा की स्थिति में संबंधित की जिम्मेदारी तय की जाएगी। जनपद में एक अगस्त को यूरिया की 1000 एमटी की रैक आ चुकी है।
चार अगस्त से पहले 1760 एमटीडीएपी की रैक आने की संभावना है जिसमें उर्वरक की मांग की प्रतिपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिले में उपस्थित थोक व फुटकर विक्रेताओं की उर्वरक परीक्षक द्वारा लगातार छापेमारी उर्वरक की उपलब्धता व कालाबाजारी को रोकने के लिए लगातार क्षेत्र में भ्रमण करते रहें। इससे किसानों को उर्वरक संबंधी किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़े। जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि इस बात पर ध्यान जरूर दे कि कही भी किसी केंद्र पर किसानों से निर्धारित मूल्य से अधिक पैसा तो नहीं लिया जा रहा है या खाद की उपलब्धता हो और किसानों को न दी जा रही है। यदि ऐसा कुछ कहीं पाया गया तो जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई तय होगी। बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी अभय कुमार पांडेय, उपजिलाधिकारी सदर हर्षिका सिंह, जिला कृषि अधिकारी, एआर कोऑपरेटिव, साधन सहकारी समितियों के सचिव एवं खाद विक्रेता उपस्थित रहे।