Young Writer, चंदौली। प्रेम पावन है और पाक भी। वह प्रेम बच्चे के प्रति माता-पिता का हो या फिर भाई-बहन के बीच का प्रेम। वह हमेशा से एक-दूसरे के प्रति विश्वास, सुरक्षा व संरक्षण के भाव को सशक्त करने का काम करता है। रक्षाबंधन पर भाई-बहन के बीच पावन प्रेम के अनेकों नजीर आपको देखने को मिल जाएंगे जो हमें यह बताते व सिखलाते हैं कि इस नायाब जीवन में यदि किसी चीज को महत्व देनी चाहिए तो वह प्रेम है।
जी हां! बात हो रही है कि अलीनगर की साफिया की, जो राजनेता होने के साथ-साथ चिकित्सा क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते आ रहे डा. विरेंद्र बिंद को 26 वर्षों से राखी बांधती चली आ रही है। वहीं डा.विरेंद्र कुमार बिंद इस पावन रिश्ते की दायित्व व जिम्मेदारियों का निर्वहन करते चले आ रहे हैं। सोमवार को रक्षाबंधन त्यौहार पर एक बार फिर डा.विरेंद्र कुमार बिंद अपनी मुंहबोली बहन साफिया के घर पहुंचे और उन्हें साफिया द्वारा रक्षा-सूत्र बांधा गया और उनके दीर्घायु व सम्पन्नता की दुआएं की। वहीं बदले में डा.विरेंद्र कुमार बिंद अपने दायित्व व जिम्मेदारियों को निभाने के संकल्प को दोहराते हैं। उनका कहना है कि किसी भी रिश्ते की बुनियाद स्नेह की नींव पर खड़ी होती है। भाई-बहन का रिश्ता सबसे पावन व पवित्र है और प्रेम ही जीवन का सबसे मजबूत आधार है जो हम सभी के जीवन में खुशियों के रंग भरता है।
राम सिंह चौहान को 43 वर्षों से रक्षासूत्र बांधती आ रही जरीना
चंदौली। क्षेत्र के नेगुरा निवासी समाजवादी नेता रामसिंह चौहान के लिए रक्षाबंधन का पर्व बेहद खास होता है। उन्होंने विगत 43 वर्षों से उनकी मुंह बोली बहन जरीना खातून रक्षा सूत्र बांधते आ रही है। दूसरी ओर रामसिंह चौहान भी अपनी बहन के सुख-दुख में भागीदारी बनकर उसे बांटते आ रहा है। भाई-बहन के बीच का यह प्रेम अब मिसाल बन चुका है। अबकी बार सोमवार को रक्षाबंधन पर्व पर एक बार फिर नेगुरा गांव निवासी समाजवादी नेता राम सिंह चौहान को उनकी मुंहबोली बहन जरीना खातून उन्हें राखी बांधी। विदित हो कि जरिना खातून विधवा हैं और अपने मायके नेगुरा में ही जीवनयापन करती है। ऐसे में राम सिंह चौहान भी एक भाई होने का दायित्व बखूबी निभाते चले आ रहे हैं।