फाइलेरिया उन्मूलन के लिए 9 व 10 सितम्बर को चलेगा आईडीए मॉप अप राउंड
Young Writer, चंदौली। जनपद में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए 10 अगस्त से दो सितम्बर तक ट्रिपल ड्रग थेरेपी अभियान चलाया गया। इस दौरान जो परिवार व लाभार्थी किन्हीं कारणों से दवा खाने से छूट गए हैं उनके लिए मॉप अप राउंड 09 व 10 सितम्बर को चलाया जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. युगल किशोर राय ने कहा कि फाइलेरिया लाइलाज बीमारी है। इसको रोकने के लिए बचाव ही एकमात्र उपाय है। इसलिए वर्ष में एक बार चलने वाले फाइलेरिया उन्मूलन (एमडीए) अभियान के तहत फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन जरूर करें।
पाँच साल तक लगातार व साल में एक बार यह दवा खाने से फाइलेरिया संक्रमण से बचा सकता है। फाइलेरिया किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। वेक्टर बॉर्न डिजीज कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ हीरालाल ने कहा कि यह दवा एक वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को खानी है। गर्भवती, एक वर्ष से छोटे बच्चे और गंभीर रूप से बीमार लोगों को इस दवा का सेवन नहीं करना है। यह दवा फाइलेरिया से आपको सुरक्षा प्रदान करेगी।
जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) पीके शुक्ला ने बताया कि आईडीए अभियान के तहत पिछले 10 दिनों में लक्ष्य के सापेक्ष 14 लाख 71 हजार से अधिक लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कराया जा चुका है। करीब 88 प्रतिशत आबादी को कवर किया जा चुका है। सहायक मलेरिया अधिकारी राजीव सिंह’ ने बताया कि दो दिवसीय मॉप अप राउंड (9 व 10 सितंबर) में 90 प्रतिशत या उससे अधिक तक ले जाने का प्रयास किया जाएगा, जिन ब्लाकों का कवरेज लक्ष्य से कम है, वहाँ अधिक ज़ोर दिया जाएगा। बताया कि घर के आस-पास पानी, कूड़ा और गंदगी जमा न होने दें। घर में भी कूलर, गमलों अथवा अन्य चीजों में पानी न जमा होने दें। सोते समय पूरी बांह के कपड़े पहनें और मच्छरदानी का प्रयोग करें। यदि किसी को फाइलेरिया के लक्षण नजर आते हैं तो वह घबराएं नहीं।