Young Writer, चंदौली। बिछियां धरनास्थल पर आयोजित भाकपा-माले का अनिश्चितकालीन धरना शनिवार को 12वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान भाकपा माले ने महेंद्र प्रजापति की हत्या के मामले पर पुलिस-प्रशासन व सरकार के जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर सवाल खड़े किए। साथ ही घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों की गिरफ्तारी व कानूनी कार्यवाही की मांग की।
इस दौरान धरनास्थल पर सभा को सम्बोधित करते हुए किसान महासभा के जिलाध्यक्ष श्रवण कुशवाहा ने कहा कि महेंद्र प्रजापति उर्फ मैना प्रजापति के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग लेकर भाकपा-माले ने जब आंदोलन का एलान किया तब योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर को महीने भर बाद गरीब की याद आयी, जबकि महेंद्र प्रजापति का गांव केशवपुर मंत्री के निवास से महज 10 किमी की दूरी पर स्थित है। यह बहुत ही शर्मनाक बात है कि हत्या की खबर एक महीने बाद मिलती है। आरोप लगाया कि कैबिनेट मंत्री गरीब की हत्या पर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। आने वाले 2027 के विधानसभा चुनाव में अपराधियों को संरक्षण देने वाली भाजपा सरकार को चंदौली की जनता सबक सिखाएगी। मांग किया कि जल्द से जल्द महेंद्र प्रजापति के हत्यारोपियों की गिरफ्तारी कर उन्हें जेल भेजा जाए। धरनास्थल पर मेहंदी हसन, रामकिसुन, नारायन बिंद, देवराज साहनी, तूफानी गोंड़, शबनम, सुनैना देवी, रामवतार आदि लोग मौजूद रहे। अध्यक्षता रामदुलार बिंद व संचालन अखिल भारतीय किसान महासभा किस्मत यादव ने किया।