Young Writer, Naugarh News: काशी वन्य जीव प्रभाग रामनगर वाराणसी के नौगढ़ वन रेंज में आरक्षित वन भूमि पर अवैध रूप से जुतान व पेड़ पौधों का कटान धड़ल्ले से अतिक्रमण कर रहे हैं। जिसे देख कर भी वनकर्मी मूकदर्शक बने हुए हैं। आरोप है कि उच्चाधिकारियों की सह पर क्षेत्रीय वन अधिकारी नौगढ संजय कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में जंगल गश्त कार्यक्रम कागजों तक ही सीमित होकर कभी भी सरकारी आवास में रात्रि प्रवास नहीं होता है। जिनका कार्यालय में भी मौजूद रहने का कोई तिथि या समय निर्धारित नहीं है।
नौगढ वन रेंज की आरक्षित वन भूमि में मौजूद सैकड़ों कीमती पेड़ों को काट कर अतिक्रमणकारी लकड़ी उठा ले जा रहे हैं। वहीं जंगल की भूमि में अवैध रूप से जुतान करके खेती बारी किया जा रहा है। नौगढ़ पूर्वी उत्तरी व दक्षिणी बीट में मौजूद सागौन, धौर, खैर, आंवला आदि कीमती पेड़ों को धड़ल्ले से काटे जाने से जंगलों का अस्तित्व दिनों दिन सिमटता जा रहा है। आरक्षित वन भूमि पर अवैध रूप से कब्जा दखल किया जा रहा है, जिससे आरक्षित वन भूमि का भू-भाग सिमट रहा है।
आरोप है कि पौधरोपण व पौधों की सुरक्षा के नाम पर खानापूर्ति किया गया है। सरकार की संचालित वन विकास की योजनाओं से हर वर्ष लाखों रूपए व्यय करके पौधरोपण कराकर अभिलेखों में सफलता प्रतिशत निर्धारित मानक के अनुरूप दर्ज किया जाता है, जबकि मौके पर पेड़ पौधों की संख्या नाममात्र है। भाजपा अनुसूचित मोर्चा जिला उपाध्यक्ष सुभाष कुमार उर्फ मालिक गोड़ ने आरोप लगाया है कि क्षेत्रीय वन अधिकारी संजय कुमार श्रीवास्तव की व्याप्त मनमानी से आरक्षित वन भूमि में अवैध रूप से अतिक्रमण जारी है।
जंगल में मौजूद खैर आंवला धौर आदि प्रजाति की कीमती लकड़ियों को काट कर खोवा भट्ठियों को चलाने में ईधन का उपयोग किया जा रहा है। वन मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी हुए बगैर ही आरक्षित वन भूमि में अवैध रूप से चकरोड निर्माण बिजली के खंभों की स्थापना किया गया है। अतिक्रमणकारी अवैध रूप से आरक्षित वन भूमि में मौजूद पेड़ पौधों को नष्ट कर अवैध रूप से कब्जा दखल जुताई बुआई व पेड़ों को काटा जा रहा है।