चकिया। क्षेत्र के पचवनिया गांव के पास शुक्रवार की रात अनियंत्रित होकर पुलिया से टकरा गई, जिससे दुर्घटना में मृत सर्राफा व्यवसाई 41 वर्षीय मुकेश खत्री का शनिवार की सुबह शव घर पहुंचते ही परिवार जनों में मातम छा गया। सूचना के बाद नगर में शोक की लहर दौड़ गयी, वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। मुकेश की मौत से परिजनों में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
नगर के वार्ड नंबर 6 सिविल लाइन पूर्वी निवासी पूर्व चेयरमैन स्वर्गीय नारायण खत्री उर्फ मुन्नू सेठ के दूसरे नंबर के पुत्र मुकेश खत्री की शहाबगंज में सर्राफा की दुकान थी। 1 दिन की तरह हुआ रात्रि 10 बजे के आसपास दुकान बंद करके अपने निजी कार से चकिया घर आ रहे थे। पचवनिया गाँव के पास उनकी कार अचानक से अनियंत्रित होकर लेफ्ट कर्मनाशा नहर में बने पुल से टकराकर नहर में गिर गई। हादसा इतना जोरदार था कि मौके पर ही मुकेश की मौत हो गई। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जिला संयुक्त चिकित्सालय के मर्चरी में रखवा दिया था। शनिवार की सुबह मुकेश का शव घर पहुंचते ही परिजनों में चित्कार मच गई। घटना से सहमी मृतक की माता दया देवी ,पत्नी सुनीता पुत्र मृदुल पुत्री श्रेया, छोटे भाई चंदन और रतन का रो रो कर बुरा हाल था।
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विधायक ने परिजनों का जाना कुशल क्षेम
चकिया। सर्राफा व्यवसायी की मौत की सूचना मिलते ही शनिवार की सुबह मृतक मुकेश के घर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक कैलाश आचार्य सहित भाजपा नेताओं ने परिवार जनों का कुशल क्षेम जाना और ढांढ़स बंधाया।