पूर्व सांसद रामकिशुन ने जमीन के बदले कम मुआवजा दिए जाने का लगाया आरोप
Young Writer, चंदौली। भारतमाला योजना के तहत अधिग्रहित किए जा रहे किसानों के जमीन के बदले मुआवजे को लेकर सोमवार को किसान कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान किसानों ने अपर जिलाधिकारी उमेश मिश्रा से उचित मुआवजे की मांग पर अड़े गए‚ लेकिन उनके न आने पर किसानों ने कार्यालय का घेराव किया। जानकारी के बाद मौके पर पहुंचे सदर एसडीएम अजय मिश्रा और पूर्व सांसद रामकिशुन ने किसानों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया। वहीं उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन किसानों को उचित मुआवजा देगा। साथ ही बेघर हो रहे किसानों को आवास मुहैया कराया जाएगा ताकि जमीन जाने के बाद किसानों को विस्थापित होकर अपना गुजर–बसर करने में सहूलियत हो।
इस दौरान पूर्व सांसद रामकिशुन ने कहा कि NH-2 में अधिग्रहीत भूमि का मुआवजा सरकार ने 14 लख रुपए दिया था‚ लेकिन अब भारत मामला योजना के तहत अधिग्रहित भूमि के बदले मुआवजा आखिर कम क्यों दिया जा रहा हैॽ यही नहीं कई किसान ऐसे हैं जो भूमिहीन के साथ-साथ बेघर भी हो जाएंगे उनकी कोई व्यवस्था नहीं की गई जिसके चलते उनके सामने तमाम तरह की समस्याएं उत्पन्न हो जाएगी। यह किसानों के लिए बड़ा आघात है सरकार किसानों के प्रति थोड़ी भी सजग हो तो NH-2 द्वारा दिए गए मुआवजा भारतमाला योजना में भी किसानों को मिलनी चाहिए। किसानों ने आरोप लगाया कि मुआवजा वितरण में उनके साथ भेद किया जा रहा है। एक ही मौजे में एक ही आराजी के लिए अलग–अलग मुआवजा राशि दिया जा रहा है जो मुआवजा वितरण की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करता है। सवाल किया कि आखिर किसानों के साथ ऐसा क्यों हो रहा है। पूर्व सांसद रामकिशुन ने कहा कि किसानों की जायजा मांगों को जिला प्रशासन तत्काल पूर्ण करे। यदि ऐसा नहीं होता है कि किसानों के साथ समाजवादी पार्टी सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को बात होगी‚ जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की। किसानों की उपेक्षा किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।