सदर तहसील सभागार में शनिवार को हुई प्रदेश भर के लेखपालों की बैठक
Young Writer, चंदौली। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ की वाराणसी मंडल की समीक्षा बैठक शनिवार को प्रदेश अध्यक्ष राममूरत यादव एवं प्रदेश मंत्री विनोद कश्यप के उपस्थिति में सदर तहसील सभागार में हुई। इस दौरान लेखपाल संघ ने प्रदेश के कई जिलों से आए लेखपाल संग के पदाधिकारियों ने अपनी मांगों व समस्याओं को बैठक के पटल पर रखा और उसके समाधान के लिए सभी को एकजुट होने का आह्वान किया।

इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष राममूरत यादव ने कहा कि लेखपाल राजस्व विभाग का एक महत्वपूर्ण अंग है। जो राजस्व विभाग की ड्यूटी ईमानदारीपूर्वक करने के साथ अन्य विभागों के सत्यापन कार्यों के अलावा शासन व प्रशासन से प्रदत्त सभी प्रकार की जिम्मेदारी को बखूबी निभाते चले आ रहे हैं। बावजूद इसके लेखपालों का उच्चाधिकारियों उत्पीड़न किया जाता है। लेखपालों को मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है, जिसे तत्काल बंद किया जाए। हम सभी को अपने हक और अधिकारों के लिए संगठित होना होगा। कहा कि हम लोग लेखपाल संघ के हित के लिए सड़क से लेकर संसद तक लड़ेंगे, क्योंकि प्रदेश में लेखपाल द्वारा जितना मेहनत किया जाता है इतना मेहनताना भी नहीं मिल पाता। बैठक में उपस्थित लेखपालों ने बकाए एरियर व बोनस के साथ ही क्रॉप कटिंग बोनस के भुगतान की मांग की। साथ ही तहसीलों में लेखपाल द्वारा स्टेनो, आरके व एलआरसी जैसे पदों पर कार्य कर रहे हैं। इस व्यवस्था को तत्काल स्थगित करने की आवश्कता जताई। चंदौली जिलाध्यक्ष सुजीत कुमार यादव ने कहा कि लेखपालों के प्रमोशन हेतु एक प्रतियोगी परीक्षा कराने शासन-प्रशासन को करानी चाहिए। इस मुद्दे पर चिंतन-मंथन करने के बाद प्रदेश कार्यकारिणी द्वारा इससे अवगत कराया गया। इस मौके पर सुनील कुमार पांडेय, माधुरी पांडेय, दिनेश कुमार, संदीप कुमार मौर्य, गोपाल, वरूण कुमार, संदीप सिंह, संजय यादव, लाल बहादुर राम, मनीष कुमार सिंह, रिशु कुमार आदि उपस्थित रहे।