मुगलसराय विधायक रमेश जायसवाल के आग्रह पर चिकित्सा सेवाएं लेने को हुए राजी
Young Writer, चंदौली। गोरारी गांव से ग्रामीणों के विस्थापन मामले में आमरण अनशन पर बैठे भाकियू के प्रवक्ता मणिदेव चतुर्वेदी की हालत मंगलवार को अचानक बिगड़ गयी। इसकी जानकारी होते ही मुगलसराय विधायक रमेश जायसवाल धरनास्थल पहुंचे। वहां उन्होंने धरनारत ग्रामीणों के साथ ही अनशनरत मणिदेव चतुर्वेदी से बातचीत की। उनकी समस्याओं को जाना और भरोसा दिया कि उनकी समस्याओं का हल मतगणना बाद करा दिया जाएगा। इसके लिए जिलाधिकारी से बात कर दोनों पक्षों के साथ बैठक कर समस्या का निराकरण किया जाएगा।

विदित हो कि गोरारी गांव के ग्रामीणों के साथ भाकियू राकेश टिकैत गुट के प्रवक्ता मणिदेव चतुर्वेदी लम्बे समय से धरनारत है। मामला हल नहीं होता देख मणिदेव चतुर्वेदी ने करीब नौ दिनों पहले आमरण अनशन शुरू कर दिया। बावजूद इसके जिला प्रशासन ने प्रकरण कोे संज्ञान में नहीं लिया और ना ही कोई जिम्मेदार अधिकारी ही धरनास्थल पर पहुंचकर वहां की स्थिति व ग्रामीणों की समस्याओं को जानने का प्रयास किया। इसी बीच अनशनरत मणिदेव की हाल मंगलवार को बिगड़ गयी। चंदौली आए मुगलसराय विधायक को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने मानवीय संवदेना दिखाते हुए धरनास्थल पहुंचे और सर्वप्रथम अनशनरत मणिदेव से अनशन तोड़ने का आग्रह किया, लेकिन मणिदेव ग्रामीणों की समस्या हल होने तक अनशन को जारी रहने पर अड़े गए।
मुगलसराय विधायक रमेश जायसवाल के तमाम प्रयासों के बाद वे चिकित्सा सेवाएं लेने के लिए सहमत हुए। इसके बाद एंबुलेंस से आए स्वास्थ्य कर्मियों ने अनशनरत मणिदेव चतुर्वेदी को उपचार हेतु जिला अस्पताल ले गए। विधायक रमेश जायसवाल ने धरनारत लोगों को भरोसा दिया कि मतगणना कार्य सम्पन्न होने के ठीक बाद इस प्रकरण से जुड़े दोनों पक्षों को जिलाधिकारी के माध्यम से बुलाकर समस्या का हल किया जाएगा। बताया कि गोरारी गांव के ग्रामीणों को रास्ते व जल निकासी की समस्या है। ग्रामीण जिस रास्ते से आते-जाते थे वह किसी दूसरे की निजी जमीन है, जिसे घेर लिया गया है। भरोसा दिया कि जल्द ही प्रकरण में समुचित पहल कर ग्रामीणों की समस्या का निदान कर दिया जाएगा। इस मौके पर ब्लाक प्रमुख संजय सिंह के साथ तहसीलदार, नायब तहसीलदार व कोतवाली पुलिस मौजूद रही।