माधापुर में श्रद्धांजलि सभा के दौरान हुआ हवन-पूजन, गरीबों में बंटा कंबल
Young Writer, धानापुर। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के देहावसान के 11वें दिन शुक्रवार को सपा के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू के पैतृक आवास पर शांति पाठ का आयोजन किया गया। इस आयोजन में समाजवादी पार्टी के लोग एक साथ हवन-पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए।

इस दौरान मनोज सिंह डब्लू ने कहा कि नेताजी मेरे राजनीति गुरु थे जिनकी प्रेरणा और मार्गदर्शन से राजनीति के बाबत बहुत कुछ जानने व सीखने को मिला। उन्होंने निरंतर मुझे अपना आशीष दिया, जिसका कर्जदार आजीवन रहूंगा। उनका जाना समाजवादी पार्टी के साथ साथ पूरे देश के लिए अत्यंत दुखदाई है। विदित हो कि माधोपुर में सपा संस्थापक नेताजी मुलायम सिंह यादव की याद में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें पूर्व विधायक मनोज सिंह के साथ सैकड़ों सपाइयों व आमजन ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पूरे विधि-विधान पूजा-अर्चना किया। इसके बाद मुलायम सिंह यादव के तैल चित्र पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। साथ ही दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। शांति पाठ और हवन पूजन के कार्यक्रम में काफी संख्या में लोग एक साथ नजर आए। कार्यक्रम के दौरान विधवा, दिव्यांग, वृद्धा सहित अन्य जरूरतमंदों में कंबल वितरित किया गया। इस दौरान धनंजय सिंह, नईमूल हक खान, सीताराम प्रजापति, मैनेजर गोंड, रामाश्रय मौर्या, शिवाजी सिंह, नंदकुमार राय, रामप्रताप सिंह, गुड्डू सिंह, जगमेंद्र यादव, रामधनी यादव, इंद्रजीत सिंह, सुभाष यादव, गणेश गुप्ता, अखिलेश सिंह, सुनील यादव मौजूद रहे।
22 नवंबर को होगा नेताजी के कुटिया का शिलान्यास
धानापुर। समाजवादी पार्टी के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के नाम 22 नवंबर को उनके जन्मदिन पर चंदौली जनपद के माधोपुर गांव में कुटिया का शिलान्यास किया जाएगा, जिसमें नेताजी स्मृतियों को सहेजा जायेगा। माधोपुर में आयोजित शुक्रवार को श्रद्धांजलि कार्यक्रम के तहत सपा के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि माधोपुर में अपनी जमीन पर क्षेत्र के लोगो के योगदान से एक कुटिया का निर्माण कराया जायेगा, जिसका शिलान्यास नेताजी के जन्मदिन पर किया जाएगा। इस कुटिया में एक पुस्तकालय और संग्रहालय का भी निर्माण किया जाएगा, जिसमें नेताजी के साथ साथ जनेश्वर मिश्र के भी यादों को संग्रहित करने का काम किया जाएगा।