पीरामल फाउंडेशन व इप्सिता फाउंडेशन की ओर से कार्यक्रम आयोजित
Young Writer, चंदौली। नीति आयोग सहयोगी संस्था पीरामल फॉउंडेशन व इप्सिता फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को जनपद सुदूर वनवासी ग्राम गरला व नई गरला बस्ती के जनजातीय किशोरी बालिकाओं के शिक्षा व स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर सामुदायिक बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान बालिकाओं को गुणवत्ता परक शिक्षा व उसकी महत्ता के बारे में जानकारी देने के साथ ही कुपोषण, एनीमिया, सुरक्षा व स्वास्थ्य के संदर्भ में जानकारी देकर जागरूक किया गया।
साथ ही किशोरियों के विकास हेतु समुदाय की सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु ग्राम प्रधान जितेन्द्र कुमार ने भी अभिभावकों को रूढ़तावादी सोच से बाहर निकलकर किशोरियों को पुनः विद्यालय वापस भेजने के लिए प्रेरित किया। साथ ही इप्सिता फाउंडेशन की स्वयंसेविका श्रीमती नीलम को समाजिक कार्य हेतु सम्मानित कर अन्य किशोरियों हेतु उदहारण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के तहत बालिकाओं ने ’उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति अभियान’ को बलवती बनाने हेतु समुदाय में दहेज़ प्रथा, स्कूल वापसी, बाल विवाह विषय पर गायन व चित्रकारी के माध्यम से कर पूर्वाग्रहों को तोड़ने का संदेश दिया। इस अवसर पर फाउंडेशन के अजय सिंह, दिलीप सिंह, मुकेश सिंह, विभा पाण्डेय उपस्थित रहे।

इसके अलावा विश्व पर्यावरण संरक्षा प्रतिबद्धता के 50 वर्ष पूर्ण होने पर वैश्विक स्तर पर ’केवल एक धरती’ का सन्देश उत्सव मनाने वाला है। इसी आलोक में विश्व पर्यावरण दिवस सप्ताह के उपलक्ष्य में वनवासी ग्राम गरला में सामुदायिक सहभागिता से किशोरों के मध्य पर्यावरण विषय पर चित्रकारी गतिविधि का आयोजन हुआ। ग्राम प्रधान जितेन्द्र कुमार ने समुदाय के बीच शुद्ध पेयजल, वृक्ष की महत्ता, जल जीवन मिशन, स्वच्छ वातावरण हेतु सामूहिक प्रतिबद्धता पर विचार रखे। साथ ही ग्राम प्रधान व ग्रमीणों के साथ पीरामल फाउंडेशन टीम ने पर्यावरण संरक्षा के संदेश हेतु वृक्षारोपण किया।