डीडीयू नगर। योग नगरी ऋषिकेश से हावड़ा जा रही दून एक्सप्रेस में मंगवार की रात चेकिंग केेे दौरान तीस लाख रुपये नकद के साथ दो युवक गिरफ्तार हुए। दोनों वाराणसी से नकदी लेकर हावड़ा जा रहे थे। जीआरपी के अनुसार दोनों सोने चांदी के जेवरात बनाने का काम करते हैं। वाराणसी में माल पहुंचाने के बाद नकदी लेकर वापस जा रहे थे। बरामद रुपये और आरोपियों को वाराणसी से आए आयकर अधिकारियों के हवाले कर दिया गया है। आगे की जांच और कार्रवाई आयकर विभाग करेगी। आरपीएफ को सूचना मिली कि दून एक्सप्रेस से बड़े पैमाने पर नकदी लेकर जाया जा रहा है। इस सूचना के बाद जीआरपी के प्रभारी निरीक्षक सुरेश कुमार सिंह, आरपीएफ डीडीयू निरीक्षक संजीव कुमार और सीआईबी निरीक्षक पंकज यादव के नेतृत्व में संयुक्त टीम ने बरामदगी की तैयारी शुरू कर दी। दून एक्सप्रेस आधी रात के बाद लगभग एक बजे पीडीडीयू जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या तीन पर पहुंची। यहां ट्रेन की जांच करने पर उसमें दो संदिग्ध युवक दिखे। उनके पास के बैग की तलाशी ली गई तो उसमें रुपयों का बंडल पड़ा था। इस पर उसे पकड़ कर कोतवाली लाया गया। पूछताछ में दोनों ने अपना नाम क्रमशः झंटू धारा और साजल पात्रा निवासी बारनंदनपुर थाना खानाकोल, हुगली पश्चिम बंगाल बताया। बरामद रुपयो के बारे में पूछा गया तो बताया कि वे वाराणसी में सोने का काम करते हैं। उसी का यह पैसा है। बरामद रुपये के संबंध में कागजात मांगा गया तो कोई भी कागजात नहीं दिखा सका। जीआरपी ने बरामद रुपयों की सूचना आयकर विभाग वाराणसी को दी। वाराणसी के टीम के आने पर नकदी और आरोपियों को आयकर विभाग के हवाले कर दिया गया। जीआरपी निरीक्षक सुरेश कुमार, आरपीएफ निरीक्षक संजीव कुमार ने बताया कि स्टेशन पर जांच अभियान लगातार जारी रहेगा।