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Thursday, August 21, 2025

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निकाय चुनावः वार्डों का आरक्षण स्पष्ट होते ही चंदौली में चुनावी दौरे शुरू

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चंदौली जनपद के नगरीय क्षेत्र के वार्डों में भ्रमण कर वोट बंटोरने में जुटे भावी प्रत्याशी

Young Writer, चंदौली। नगर निकाय चुनाव के मद्देनजर वार्ड सभासदों के लिए आरक्षण सूची जारी होते ही भावी प्रत्याशी अपने प्रचार अभियान को गति देने में पूरी शिद्दत से जुट गए हैं। आरक्षण चक्र सार्वजनिक होने के बाद चुनावी मैदान की तस्वीर साफ हो गयी, लिहाजा अपने प्रतिद्वंदी को पछाड़ने के लिए हर कोई प्रयासरत नजर आ रहा है। इसी कड़ी में मौखिक प्रचार के साथ ही अब डोर टू डोर कैम्पेनिंग भी शुरू हो गयी है। रविवार को चंदौली नगर पंचायत के वार्ड नंबर-12 गौतम नगर में इसकी झलक देखने को मिली।

Young Writer: चंदौली नगर के गौतम नगर वार्ड में जनसंपर्क करती भावी महिला प्रत्याशी।

नगर के वार्ड नंबर 12 गौतम नगर पिछड़ी जाति की महिला के लिए आरक्षित है। रविवार को चुनाव लड़ने वाली संभावित महिला उम्मीदवार अपने परिवार व समर्थकों के साथ वार्ड की गलियों में भ्रमणशील नजर आए। इस दौरान पुरूषों के साथ ही महिलाएं घर-घर जाकर वोट के अधिकार के प्रति जागरूकता लाने के साथ ही अपने बेहतर उम्मीदवार होने के दावे भी करती दिखीं। यह पहली बार था जब निकाय चुनाव में महिलाएं पहले से ही अपनी चुनावी जमीन को मजबूत करने के लिए सक्रिय नजर आ रही है। जन सहयोग संस्था की सचिव व भावी उम्मीदवार प्रियंका अपने परिवार व साथियों के साथ वार्डवासियों के बीच सक्रिय नजर आई। इसी तरह अन्य वार्डों में भी लोग अपने चुनाव प्रचार को गति देने में जुटे हैं। इसी तरह चंदौली समेत जनपद के चकिया, सैयदराजा व डीडीयू नगर के वार्डों में भावी प्रत्याशियों की सक्रियता बढ़ गयी है। अब लोग अपने-अपने वार्डों को अपनी कर्मस्थली मानकर उसे फतह करने के लिए आमजन का स्नेह व आशीष अर्जित करने में लगे हैं, ताकि मतदान तिथि को जनता का यही स्नेह वोट के रूप में उनके पक्ष में पड़े और उनकी जीत सुनिश्चित हो सके। फिलहाल जोर आजमाइश का दौर चल रहा है और हर कोई अभी से ही अपनी जीत को सुनिश्चित करने के लिए रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। फिलहाल जनता सभी को अपना स्नेह व आशीष बांटती नजर आ रही है। इस चुनाव को लेकर जन सहयोग संस्था के अध्यक्ष अजीत कुमार सोनी ने कहा कि आमजन को इस चुनाव में पुरानी परम्पराओं के इतर जाति, धर्म, संप्रदाय से ऊपर उठकर शिक्षित, जनता के हितों को प्राथमिकता देने वाले उम्दा व्यक्तित्व को अपना जनप्रतिनिधि चुनना चाहिए, ताकि वह निर्वाचित होकर स्वंभू बनने की बजाय आमजन की आवाज बन सके। उन्होंने व्यवस्था परिवर्तन के लिए चुनावी समय में जनता को लाभ व निजी स्वार्थ को त्यागकर अपने बेहतर भविष्य के लिए योगदान देना चाहिए।

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