बांग्लादेश के रास्ते तस्करी कर भारत लाया जाता है सोना
Young Writer, Crime News: DDU Nagar रेलवे स्टेशन से राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) वाराणसी की टीम ने बुधवार की रात प्लेटफार्म नंबर चार से तस्करी कर ले जा रहे 2006.010 ग्राम सोना बरामद किया है। तस्कर कमर में सेलो टेप से सोना चिपका कर वाराणसी ले जा रहा था। बरामद सोने की कीमत 1.47 करोड़ 44 हजार 174 रुपए बताया गया। डीआरआई ने गुरुवार को तस्कर को न्यायालय के समक्ष पेश किया, जहां से तस्कर को जेल भेज दिया गया।
Directorate of Revenue Intelligence (डीआरआई) को सूचना मिला कि तस्करी कर सोना लाया जा रहा है। इस सूचना पर बुधवार कि रात साढ़े नौ बजे डीआरआई कि टीम स्थानीय रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई। प्लेटफार्म संख्या चार पर टीम ने एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ लिया। पकड़े गए व्यक्ति ने अपना नाम प्रमोद महादेव मिसाल निवासी पानवेगांव, सोलापुर महाराष्ट्र बताया। तलासी में उसके कमर मे सेलो टेप से लपेटा सोना बरामद किया। बरामद सोने की कीमत 1.47 करोड़ 44 हजार 174 रुपया है। बरामद हुए सोने के बारे में प्रमोद महादेव ने बताया कि वह महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के चोपड़ी सगोला निवासी सोभनाथ बाबर के कहने पर सोना ले जा रहा था। बताया कि सोमनाथ की सोना गलाई की दुकान करीमपुर जिला नदिया में कही पर है। सोभनाथ बाबर के यहां डिलीवरी का काम करता हूं। यह सोना सोमनाथ बाबर ने मुझे वाराणसी में डिलीवरी करने के लिए दिया था।
बताया कि सोमनाथ बाबर ने बर्धमान में एक रूम किराये पर लेकर दिया है। पिछले चार माह में लगभग आठ बार सोने के डिलीवरी के लिए वाराणसी आ चुका हूं। हर बार सोमनाथ बाबर करीमनगर से आकर वर्धमान मे मुझे सोना देता है। वहां से सोना लेकर ट्रेन पकड कर वाराणसी आता हूं। इस काम के लिए मुझे प्रतिमाह 10 हजार रुपये मिलता है। प्रत्येक डिलवरी पर एक हजार रुपये अलग से मिलता है। सोभनाथ बाबर ने बताया है कि यह सोना बांग्लादेश के रास्ते तस्करी कर भारत लाया जाता है। यह सोना विदेशी है इसके उपर की मार्किगं गला कर मिटा दिया जाता है। इसके उपर सिल्वर कोटिगं किया गया है, जिससे सोने को छिपाया जा सके। यदि कोई एजेंसी पकड़ ले तो सिल्वर कोटिंग के कारण सिल्वर लगता है। इतनी बड़ी घटना का स्थानीय पुलिस को कानों-कान खबर नहीं हो सकी।