शिकायत के बाद पन्द्रह लाइसेंसी वेंडर पर गिरी गाज
Young Writer, डीडीयू नगर। स्थानीय रेलवे स्टेशन पर गत दिनों यात्री से दुर्व्यवहार करने के आरोप में स्टाल संचालक को महंगा पड़ गया। यात्री की शिकायत के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए रेलवे प्रशासन ने स्टाल के पन्द्रह लाइसेंसी वेंडर के लाइसेंस को निरस्त कर दिया। स्टाल को खाली कर बंद करने का निर्देश दे दिया।
बिहार के पटना निवासी उत्तम कुमार गत दिनों अप 03255 पटना-आनंद विहार स्पेशल के एस चार के 74 नंबर सीट पर सवार होकर पटना से आनंद विहार के सफर पर था। आठ अप्रैल सोमवार की रात दो बजे ट्रेन स्थानीय रेलवे के प्लेटफार्म संख्या तीन पर आकर रुकी, तभी उत्तम कुमार ने एक स्टाल पर पहुंचकर काफी पी। उसने काफी के बदले बीस रुपये का नोट दिया। स्टाल के वेंडर ने पांच रुपये वापस कर दिया। इसी बीच उत्तम ने काफी का बिल मांगा लिया। इस पर वेंडर ने मना कर दिया। उत्तम ने नो बिल नो पे की बात कहते हुए स्टाल का वीडियो बनाने लगा। वीडियो बनाता देखकर वेंडर को नागवार गुजरा और उसने उत्तम के हाथ से मोबाइल छीनने की कोशिश की। इस पर उत्तम भाग कर ट्रेन में अपने सीट पर पहुंच गया। वेंडर यात्री का पीछा करते हुए कोच में जाकर कर वेंडर ने हाथापाई की। यात्री ने इसे रिकार्ड पर एक्स (ट्विटर) पर रेल मंत्री, दानापुर और डीडीय मंडल के डीआरएम सहित अन्य अधिकारियों से शिकायत की। इसके बाद आरपीएफ ने कथित वेंडर का चालान कर दिया। रेल प्रशासन ने सीएसजी एनके पांडेय, सीनियर कैटरिंग इंस्पेक्टर विजय कुमार, डिप्टी एस एस कमर्शियल को जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया। इनकी रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए रेलवे ने स्टाल का लाइसेंस निरस्त कर दिया। इसके तहत स्टाल संचालक को स्टाल खाली करने का निर्देश दिया है। बावजूद उक्त स्टाल को प्लास्टिक से घेरकर अपने कार्याे से इतिश्री कर लिया। इस संबंध में मंडल वाणिज्य प्रबंधक और मंडल जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि यात्री से दुर्व्यवहार किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिससे स्टाल संचालक पर कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई से स्टाल संचालको में हड़कंप मच गया।