दो वर्ष पूर्व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर में लगा था आरओ प्लांट
Young Writer, शहाबगंज। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर में ठंडा और स्वच्छ जल पीने के लिए दो वर्ष पूर्व लगा आरओ प्लांट शोपीस बनकर रह गया है, जिससे मरीजों और उनके तामिरदारों को स्वच्छ व ठंडा पानी पीने के लिए यहां भटकना पड़ता है। इस भीषण गर्मी में लोगों को अपनी प्यास बुझाने के लिए आसपास के हैण्डपम्प का सहारा लेना पड़ रहा है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में मरीज और उनके परिजन इलाज के लिए दूर दराज के गांवों से आते है, जहां स्वच्छ व साफ पानी की जरूरत हमेशा बनी रहती है। आमजनों की इसी की समस्या को देखते हुए दो वर्ष पूर्व शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग लखनऊ के द्वारा हजारों लीटर क्षमता वाला आरओ प्लांट एक निजी कम्पनी द्वारा लगया गया। लेकिन लगने के बाद से अभी तक प्लांट चालू ही नहीं हो सका।इसी दौरान कोविड शुरू होने के कारण ठंडा पानी की जरूरत भी खत्म हो गयी थी।लेकिन कोविड काल खत्म होने के बाद पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए स्वच्छ व ठंड़ा पानी की चाह मरीजों और उनके परिजनों में बढ़ गयी है। लेकिन लाखों रुपये खर्च कर लगाया गया आरओ प्लांट शोपीस बनकर रह गया है। जबकि मरीजों व गरीबों को दुकान पर जाकर पानी खरिदना पड़ता है।वही प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. हीरा सिंह ने बताया कि आरओ प्लांट के बारें में दर्जनों बार शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला।