कंपोजिट विद्यालय चंदौली पर बैठक कर समस्याओं को लेकर की चर्चा
Young Writer, चंदौली। शिक्षक दिवस पर प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर शुक्रवार को शिक्षामित्रों ने कंपोजिट विद्यालय चंदौली पर बैठक की। इस दौरान शिक्षामित्रों ने खराब होती आर्थिक स्थिति, मानदेय में वृद्धि व सामाजिक सुरक्षा को लेकर चर्चा की। इसके बाद एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी आवास पहुंचकर सात सूत्रीय ज्ञापन देकर समायोजन, सम्मानजनक मानदेय समेत अन्य महत्वपूर्ण मांगों को मजबूती के साथ उठाया।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष इंद्रजीत यादव अजीत ने कहा कि 25 जुलाई 2017 को समायोजन रद्द होने के बाद से शिक्षामित्रों की आर्थिक स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है। इस कारण शिक्षामित्र अवसाद ग्रसित हैं। 10 हजार के अल्प मानदेय में बच्चों की पढ़ाई, वृद्ध माता-पिता की दवाई आदि का खर्च वहन न कर पाना अब संभव नहीं रहा। यही वजह है कि धनाभाव के कारण गम्भीर बीमारियों में इलाज भी नहीं करा पा रहे हैं। जिससे आए दिन हार्टहटैक, ब्रेन हैमरेज आदि शिक्षामित्र साथियों के निधन की सूचनाएं मिल रही है। कहा कि समायोजन रद्द होने के 08 वर्ष के बाद भी मानदेय में एक रूपये की वृद्धि नहीं हो पाई है। जबकि साथ काम करने वाले कार्मिकों को सम्मानजनक वेतन मिल रहा है। 08 वर्ष में लगभग 24000 रूपये मंहगाई वृद्धि का लाभ अन्य सहकर्मियों को दिया जा चुका है।
कहा कि महंगाई के दृष्टिगत यूपी के शिक्षामित्रों को राजस्थान, उत्तराखण्ड, हरियाणा व बिहार की भांति शिक्षामित्रों को वेतन/मानदेय दिया जाए। मूल विद्यालय से वंचित शिक्षामित्रों को पुनः मूल विद्यालय/उनकी ग्राम पंचायत के अन्य विद्यालय में समायोजित किये जाने का अनुपालन कराया जाए। महिला शिक्षामित्रों को विवाहोपरान्त उनके ससुराल के विद्यालय में समायोजित किये जाने के आदेश का अनुपालन कराया जाये। शिक्षामित्रों को ईपीएफ योजना में शामिल करते हुए लाभान्वित किया जाये। शिक्षामित्रों को आयुष्मान भारत योजना में शामिल करते हुए मेडिकल सुविधा प्रदान किया जाए। मृत शिक्षामित्रों के परिवार को आर्थिक सहायता देते हुए परिवार के एक सदस्य को उसी पद पर नियुक्त किया जाए। सेवामुक्त को रहे शिक्षामित्रों को जीवाकोपार्जन हेतु सरकारी सहायता प्रदान किया जाये। इस अवसर पर अजीत तिवारी, प्रकाश भारती, नरसिंह राम, संजय, कुंवर बासुदेव, राधे प्रसाद, यशवंत, दयाराम भारती, पूजा सिंह, लालमणि सिंह, मिंता राय, श्याम नारायन बिंद, अविनाश सिंह आदि उपस्थित रहे। संचालन मनोज तिवारी ने किया।