Young Writer, बबुरी। नगर पंचायत की तर्ज पर ग्राम पंचायत बबुरी में पिछले पंचवर्षीय कार्यकाल में चंदौली के सांसद डा. महेंद्र नाथ पांडेय ने सांसद निधि से गांव में कूड़ा निस्तारण के लिए कूड़ा वाहन की व्यवस्था की थी जो देखरेख के अभाव में खुद कूड़ा बनने की कगार पर है।
विदित हो कि बबुरी कस्बे में साफ-सफाई की व्यवस्था ऐसी है कि जगह-जगह सड़कों पर तथा सड़कों के किनारे कूड़े का अंबार लगा रहता है, लेकिन सफाई कर्मचारी कस्बे से नदारद रहते हैं। कूड़ा निस्तारण के लिए लगभग पांच साल पहले डॉ महेंद्र नाथ पांडेय द्वारा ग्राम पंचायत को मिले वाहन की दशा यह है की कस्बे की एक निजी स्कूल में खड़ा-खड़ा कबाड़ में तब्दील हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि सांसद निधि से मिले वाहन को यदि सुचारू रूप से प्रयोग किया जाता तो घरों से निकलने वाले सूखे तथा गिले कूड़े का निस्तारण सही तरीके से हो जाता। लेकिन पंचायत के अधिकारियों की अनदेखी के कारण कूड़ा वाहन के लोहे में जहां जंग लगने लगा है वही उसके टायर भी खराब होने शुरू हो गए हैं। इस संबंध में ग्राम पंचायत अधिकारी दिग्विजय कुमार से बात किए जाने पर पहले तो उन्होंने बयान देने से मना करते हुए फोन काट दिया, दोबारा प्रयास करने पर उन्होंने कहा कि हम किसी मद से वाहन की मरम्मत करा भी दे तो उसके लिए चालक रखने का हम लोगों के पास अधिकार नहीं है। इसलिए वाहन प्रयोग नहीं किया जा पा रहा है।