Young Writer, चहनियां। प्रदेश सरकार के अति महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल अमृत सरोवर योजना परवान चढने से पहले ही धनाभाव के कारण बाधित होती नजर आने लगी है। अमृत सरोवर निर्माण करा रहे ग्राम प्रधानों के सामने एक तरफ कार्य पूरा कराने का दबाव झेलना पड़ रहा है तो दूसरी तरफ निर्माण के लिए आने वाली लागत के लिए धन जुटाने में मुश्किल आ रही है। जिससे ग्राम प्रधान परेशान हैं।
प्रदेश सरकार द्वारा हर ग्राम पंचायत में अमृत सरोवर तालाब बनाने की योजना है। जिसमें मनरेगा योजना के तहत ग्रामीण मजदूरों से तालाब की खुदाई कराकर उन्हें रोजगार देने की व्यवस्था है तो वहीं दूसरी तरफ जल संचयन और सुन्दरीकरण की योजना है। उक्त योजना में चहनियां विकासखंड के करीब बीस से अधिक गांवों में तालाब निर्माण का कार्य चल रहा है। किन्तु शासन द्वारा तय समय सीमा 15 अगस्त तक एक भी अमृत सरोवर अपने पूर्ण रूप में नही आ सका। इस सम्बन्ध में ब्लाक मुख्यालय से सटे सोनहुला गांव के ग्राम प्रधान शिवदयाल साहू ने बताया कि अमृत सरोवर तालाब निर्माण में धनाभाव आड़े आ रहा है, जिससे निर्माण कार्य बाधित हो रहा है। उन्होंने कहा कि शासन की तरफ से एक ओर उक्त सरोवरों को यथाशीघ्र पूरा करने का दबाव है तो दूसरी तरफ शासन द्वारा सम्बन्धित खाते में धन न भेजे जाने से निर्माण कार्य में आ रही लागत को जुटाने के लिए जहमत उठानी पड़ रही है। कहा कि इस सम्बन्ध में उच्चाधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद भी समस्या का कोई समाधान नहीं हो पा रहा है।