Young Writer, चंदौली। जनपद के अमोघपुर निवासी प्यारेलाल ने कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी को पत्र देकर आपसी पारिवारिक भूमि विवाद में मामला न्यायालय में लंबित होने के बावजूद पुलिस द्वारा दबाव बनाए जाने की शिकायत की। उन्होंने अपने शिकायती प्रार्थना-पत्र में यह बताया कि उसका अपने भाइयों के साथ सम्पत्ति की विधिक फाट व बंटवारे के लिए उपजिला मजिस्ट्रेट न्यायालय पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के न्यायालय में मामला लंबित है।
वर्तमान में सभी लोग खानगी बंटवारा के मुताबिक अपने-अपने हिस्से पर काबिज दाखिल है। बावजूद इसके बड़े भाई शिवनाथ द्वारा मेरे कब्जे की भूमि की चौहद्दी देकर अन्य पक्ष को बैनामा कर दिया गया है। बीते 22 अगस्त को बैनामेदारों द्वारा उक्त भूमि पर निर्माण कार्य कराया जाने लगा, जिसे रोकने के लिए प्रार्थी ने 112 नंबर डायल कर मौके पर पुलिस को बुलाया गया और स्टे का हवाला देते हुए निर्माण कार्य को रोकने की गुजारिश की, लेकिन पुलिस ने काम रोकने से मना कर दिया। वहीं जब प्रार्थी अपने कब्जे की भूमि पर काम प्रारंभ किया तो विपक्षी शिवनाथ द्वारा काम को रोकने के लिए पुलिस बुला लिया। अलीनगर थाने पर जाने के बाद थाना प्रभारी द्वारा जहां मेरा काम रोक दिया गया, वहीं विपक्षी के प्रभाव में आकर उनके काम को रोकने से इन्कार कर दिया गया है। ऐसी स्थिति में पुलिस के कृत्य के कारण तनाव की स्थिति बनी है।