हाल हेतमपुर स्थित बदहाल स्थिति में पड़े एएनएम सेंटर का
Young Writer, कमालपुर। क्षेत्र के हेतमपुर गांव में ग्रामीण महिलाओं के लिए सरकार द्वारा लाखों की लागत बने एएनएम सेंटर आज अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को विवश है। बताते हैं कि उक्त एएनएम सेंटर पूर्व प्रधान राकेश यादव की पहल पर 2010 में ग्रामीण महिलाओं के प्रसव एवं ईलाज के लिए हेतमपुर गांव में बनना शुरू हुआ था। 2012 में बनकर भवन तैयार हो गया, परन्तु 12 वर्ष बीत गए आज तक कार्यदायी संस्था द्वारा चिकित्सा विभाग को हस्तानांतरण नहीं हुआ जबकि केंद्र के नाम पर एएनएम की नियुक्ति भी हो गयी। एएनएम कभी कभार गांव में आकर ग्रामीण महिलाओं का घर पर ईलाज भी करती है। परंतु एएनएम सेंटर रहते हुए भी महिलाओं को कोई सुविधा नहीं मिल पाती, वहीं नवनिर्मित भवन रखरखाव के अभाव में दरवाजे खिड़कियां भी सेंटर में लगे गायब हो गए। आज आवारा पशुओं और सोहदा किस्म के लोगो का अड्डा बन गया है। इस संबंध में चिकित्सा प्रभारी जेपी गुप्ता ने कहा कि एएनएम सेंटर कार्यदायी संस्था ने अभी चिकित्सा विभाग को सुपुर्द नहीं किया है। ग्रामीण प्रमोद उपाध्याय, राजेश मौर्य मनोज पाण्डेय, मिंटू उपाध्याय,विनोद उपाध्याय उदयी राजभर, बिहारी राजभर आदि ने जिलाधिकारी से मांग किया है कि कार्यदायी संस्था पर कार्यवाही करते हुए नवनिर्मित एएनएम सेंटर चिकित्सा विभाग को सुपुर्द कर सेंटर को चालू कराया जाय।

