दिघटव गांव से पदयात्रा करते हुए पूर्व सांसद रामकिशुन यादव सहित अन्य।
सकलडीहा। चकबंदी और राजस्व विभाग के अधिकारियों की घोर लापरवाही के कारण आधा दर्जन से अधिक गांव के हजारों किसान परेशान है। बुधवार को पूर्व सपा सांसद रामकिशुन यादव किसानों की समस्या और उत्पीड़न को लेकर दिघवट गांव से दो किलोमीटर पदयात्रा किया। इस दौरान केन्द्र और प्रदेश सरकार से विधेयक लाकर किसानों को उनकी जमीन वापस दिलाने की मांग किया।
क्षेत्र के दिघवट, बरंगा, पचदेवरा, जमुनीपुर सहित विभिन्न गांव के हजारों किसान वर्षाे से जमीदारी और आजादी के पूर्व से रायल ताल क्षेत्र में खेती बारी करते आ रहे है। पूर्व में किसानों की भूमि पर जिला कारागार बनवाने के लिए किसानों से भूमि लिया गया। अब किसानों को नोटिस भेजकर बेदखल और रिकवरी किया जा रहा है। पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने आरोप लगाया कि जो जमीन ताल था तो उस जमीन को चकबंदी के दौरान किसानों को आंवटित क्यों किया गया। किसान अपनी जमीन छोड़कर वर्षाे से इस जमीन पर खेती करते आ रहे है। अब किसानों को बेदखली के लिये नोटिस और रिकवरी किया जा रहा है। किसानों की समस्या को लेकर पूर्व सपा संासद रामकिशुन यादव ने दिघवट गांव से पदयात्रा निकाल कर सरकार से किसानों का उत्पीड़न बंद करते हुए किसानों को जमीन वापस देने की मांग किया। पूर्व सांसद ने कहा कि जिस तरह से आदिवासियों के लिये जल जमीन जंगल के लिये विधेयक लाकर जमीन देने की बात कही गयी। उसी प्रकार किसानों की समस्या को लेकर नियम कानून में संशोधन किया जाय। किसानों की समस्या को लेकर गांव गांव लगातार पदयात्रा निकालने की बात कही। इस मौके पर सरवन राजभर, नवीन जायसवाल, कल्पनाथ पासवान, संकठा यादव, भूलई पटेल, दूधनाथ राजभर, रोहित यादव, शिवमूनी, अवधेश कुशवाहा सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।