Young Writer, Chandauli: कमालपुर कस्बा स्थित जन सहायता हास्पिटल परिसर में गुरुवार को बिन्द स्वाभिमान संघ की ओर से बिंद दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि रामकिशोर बिंद व विशिष्ट अतिथि बिरेन्द्र कुमार बिंद ने बिन्द दिवस पर विस्तार से प्रकाश डाला। साथ ही समाज की राजनीतिक भागीदारी पर चर्चा की और एकजुट होने का आह्वान किया।
इस दौरान मुख्य अतिथि रामकिशोर बिंद ने कहा कि आज इस महत्वपूर्ण दिवस पर समाज के लोगों को समसामयिक समस्याओं पर चर्चा करने के साथ ही उसके निवारण का मार्ग भी प्रशस्त करना होगा, तभी बिंद समाज के पिछड़ेपन को दूर किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त बिंद समाज की राजनैतिक पहचान को स्थापित करने की दिशा में भी सोचने की जरूरतों पर बल दिया।
विशिष्ट अतिथि बिरेन्द्र कुमार बिन्द ने कहा कि बिंद दिवस केवल उत्सव या दिवस नहीं, बल्कि पहचान, अधिकार और सशक्तिकरण का एक सशक्त मंच है, जिसके जरिए बिंद समाज अपनी आवाज मजबूत कर रहा है। आज के परिवेश को देखते हुए बिंद समाज की पहचान, संस्कृति और इतिहास को संरक्षित किया जाने की जरूरत है। सामाजिक एकता के साथ सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता लाना बेहद जरूरी है, ताकि समाज के लोगों को शिक्षित बनाकर उन्हें रोजगार व स्वरोजगार से जोड़ा जा सके। इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में बिंद समाज की भागीदारी को सुनिश्चित किया जा सके। यह सबकुछ संगठित व शिक्षित होने पर ही संभव है।
कार्यक्रम में ठाकुर प्रसाद बिन्द, जमुना बिन्द, रविन्द्र बिन्द, हनुमान बिन्द प्रधान, राजेन्द्र बिन्द, सुशील बिन्द, नगिना बिन्द, बेचू बिन्द, उदल बिन्द, शिव नारायण बिन्द, सतीश बिन्द, सजिवन बिन्द, श्यामबली बिन्द, घुरपत बिन्द, वंसनरायन बिन्द, चन्द्रबली बिन्द, भुट्टन बिन्द, चन्द्रिका बिन्द, हरेंद्र बिन्द फौजी, जगदीश बिन्द, राज चौहान, लाल बहादुर बिन्द, प्रविन बिन्द, अखिलेश बिन्द, केशव राजभर, संजय यादव, राकेश बिन्द, डॉ नयन बिन्द, मदन मुरारी बिन्द, बनारसी बिन्द, रामाशंकर बिन्द, रज्जु बिन्द, चन्द्रभान बिन्द, डॉ धर्मराज बिन्द, पारस नाथ बिन्दु्, बिर्जु बिन्द, जेपी बिन्द, मंगरू बिन्द, प्रेमचन्द बिन्द, रामा प्रजापति, कैलाश बिन्द, मुन्ना बिन्द, सम्पत बिन्द, सिताराम बिन्द, रिंकू बिन्द, सतेन्द्र कुमार बिन्द, राहुल बिन्द, दिलीप बिन्द, संदीप बिन्द, विजय बिन्द, बबलू बिन्द, करन बिन्द आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम आयोजक डा. एमके बिन्द, जितेन्द्र बिन्द, रामचन्द्र बिन्द रहे। अध्यक्षता कृष्ण कुमार बिन्द व संचालन राकेश बिन्द ने किया।

