बसपा ने पंचायत चुनावों के मद्देनजर संगठनात्मक मजबूती पर की चर्चा
Young Writer, चंदौली। बहुजन समाज पार्टी की बैठक सोमवार को मुख्यालय स्थित एक लान में हुई। इस दौरान संगठनात्मक मजबूती पर चर्चा की गई। मुख्य अतिथि पूर्व नेता विपक्ष विधान परिषद व मुख्य मंडल प्रभारी वाराणसी-आजमगढ़ मंडल दिनेश चन्द्रा ने उपस्थित पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को आगामी पंचायत चुनाव के मद्देनजर बूथ स्तर पर तैयारियों को पूर्ण रखने का निर्देश दिया। साथ ही दलित पिछड़े व अल्पसंख्यक वर्ग के मतदाताओं के नामों को सूची में जोड़वाने के लिए कार्य करने की सलाह दी। कहा कि मतदाता सूची की समीक्षा कर लोगों के छूटे व कटे हुए नामों को फिर से जोड़वाने का काम करें, ताकि बसपा में आस्था रखने वाले मतदाता मताधिकार से वंचित न होने पाए।

इस अवसर पर बसपा की नीतियों, सिद्धांतों व बाबा साहब डा. भीमराव अंबेडकर के व्यक्तित्व व विचारों से प्रभावित होकर सैकड़ों लोगों ने बसपा की सदस्यता ली। इसमें प्रमुख रूप से शिव नारायन उपाध्याय, राजू उपाध्याय, विजय नारायन उपाध्याय, पीयूष उपाध्याय, प्रदीप लाल श्रीवास्तव, गोविंद राव, कांशी कुमार ने भाजपा को छोड़कर बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता ली। मुख्य मंडल प्रभारी वाराणसी रामचंद्र गौतम ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी सर्वसमाज की पार्टी है। प्रदेश से अराजकता व अपराध को मिटाना है तो एक बार फिर सूबे की सत्ता में बसपा को लाना होगा। कहा कि आगामी पंचायत चुनाव, मिशन-2027 के मद्देनजर काफी अहम है। कार्यकर्ताओं को इसमें पार्टी को ऐतिहासिक जीत दिलाने की जरूरत है आरोप लगाया कि भाजपा सरकार संविधान के साथ ही आरक्षण को समाप्त करने पर तुली है। समय समय पर भाजपा नेताओं व मंत्रियों के बयान उसकी मानसिकता को प्रदर्शित करते रहते हैं।
विशिष्ट अतिथि विनोद बागड़े ने कार्यकर्ताओं में उत्साह भरा और उन्हें जीत का मंत्र दिया। कहा कि बहुजन समाज पार्टी कार्यकर्ताओं की बदौलत एक बार फिर सत्ता में लौटने आ रही है। जिलाध्यक्ष घनश्याम प्रधान ने नए सदस्यों का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। साथ ही बाबा साहब व कांशीराम के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का दायित्व भी सौंपा। कहा कि बाबा साहब शिक्षित व समतामूलक समाज की स्थापना करना चाहते थे। आज हम सभी को उनके दिखाए राह पर चलकर समाज में व्याप्त अराजकता को दूर करना होगा। इस अवसर पर डा. विनोद कुमार, लक्ष्मण प्रसाद, सत्येंद्र मौर्या, उमापति, तिलकधारी बिंद, होरीलाल पाल, राकेश शर्मा, श्यामसुंदर विश्वकर्मा, जय प्रकाश मौर्य, मुन्ना चौहान, आनन्द चौहान, प्रेम सिंह, कमलाकांत बिंद, संतोष कुमार, धर्मराज, विनोद प्रधान, राहुल भारती, पप्पू लहरी, श्री भगवान, मुहम्मद फरीद अली, छोटू भारती, संदीप कुमार, राजेश कुमार आदि उपस्थित रहे। संचालन राजन खान ने किया।