Young Writer, कंदवा। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में रविवार को भारतीय भाषा दिवस पर अध्ययनरत बालिकाओं के माध्य विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें भाषण, निबंध, काव्य, शिक्षा, नारी हिंसा, बाल विवाह, विधवा विवाह, भ्रूण हत्या पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। साथ ही उसपर अंकुश लगाने के लिए लोगों में जागरूकता लाने की अपील की गयी। बालिकाओं को आत्मनिर्भर, स्वाद लंबी बन विषम परिस्थितियों में सलाह दी गयी।
वार्डेन इन्दु कुमारी ने कहा कि हर नारी को समाज में उचित स्थान मिलना चाहिए। और उसके साथ उनका समान भी जरूरी है। तभी ये समाज का उत्थान होगा। कहा बालिकाओं को उच्च शिक्षा, भाषण, निबंध, काव्य पाठ आदि सुविधाओं पर ध्यान होना चाहिए। सरकार द्वारा बनाए गये उम्र की मानक के अनुसार ही शादी करना चाहिए। तभी इनका शारीरिक एवं मानसिक विकास संभव है। समाज को आगे ले जाने में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है ।नारियों का समाज में तिरस्कार, उत्पीड़न नहीं होना चाहिए। इससे समाज की प्रगति बाधित होती है। जहां नारी खुश है वहां देश समाज खुशहाली की ओर है। निबंध के जरिए दी जाने वाली विषय वार शिक्षा दूर नहीं है। साथ उन्हें समाज में कोढ बनी कुरीतियों दहेज प्रथा, भ्रूण हत्या आदि का विरोध करना होगा जो समाज में अविशाप बना है। शिक्षा एवं जागरूकता से ही इसका उत्थान होगा। इस मौके पर वार्डेन इन्दु कुमारी, रीता पाल, सुलमान, संजना कुमारी, बबली, नेहा आदि उपस्थित रहीं।