Young Writer, चंदौली। ललित निबंधनकार व जनपद के वरिष्ठ एवं प्रख्यात साहित्यकार डा. उमेश प्रसाद सिंह, हिन्दी साहित्य में अपनी उत्कृष्ट योगदान के लिए हिन्दुस्तानी ‘एकेडेमी सम्मान-2025‘ से सम्मानित होंगे। उन्हें यह पुरस्कार 25 मार्च को हिन्दुस्तार एकेडेमी प्रयागराज के गांधी सभागार में आयोजित स्थापना दिवस समारोह में दिया जाएगा। इसकी जानकारी होते ही जनपद के साहित्यकारों ने खुशी जाहिर की है। कहा कि डा. उमेश प्रसाद सिंह ने अपनी रचनाओं के जरिए हिन्दी साहित्य को सींचने का काम किया है वह न केवल चंदौली व काशी बल्कि पूरे देश में ललित निबंध की जानी-मानी हस्ती हैं।

विदित हो कि हिन्दुस्तानी एकेडेमी प्रयागराज उत्तर प्रदेश सरकार के नियंत्रणाधीन संस्था है। इसकी स्थापना हिन्दी, उर्दू एवं अन्य क्षेत्रीय बोलियोंके संवर्धन एवं विकास के लिए 29 मार्च 1927 को किया गया था। यह देश की उन संस्थाओं में से है जो लगभग एक शताब्दी से साहित्य की सेवा करती चली आ रही है। हिन्दुस्तानी एकेडमी प्रत्येक वर्ष स्थापना दिवस पर प्रतिष्ठित विद्वानों को एकेडेमी सम्मान से सम्मानित करती है। इस वर्ष स्थापना दिवस समारोह शनिवार को एकेडेमी के गांधी सभागार में आयोजित किया गया है।
इस दौरान संस्था ने हिन्दी साहित्य को अपनी रचनाओं से सींचने वाले चंदौली जनपद के खखड़ा गांव निवासी ललित निबंधकार डा. उमेश प्रसाद सिंह को एकेडेमी सम्मान-2025 से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है। बीते बुधवार को इस आशय का पत्र एकेडेमी ने डा. उमेश प्रसाद सिंह को प्रेषित कर अवगत कराया। साथ ही उन्हें स्थापना दिवस समारोह में उपस्थित को सम्मान को अंगीकृत करने का आग्रह भी किया है। एकेडेमी सम्मान के लिए डा. उमेश प्रसाद सिंह का चयन किए जाने पर उनके साथी साहित्यकारों ने खुशी जाहिर की है। इस मौके पर डा. अनिल यादव, रामजी प्रसाद भैरव, डा. विनय कुमार वर्मा आदि ने खुशी जाहिर की है।