चन्दौली पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने कार्य लापरवाही के मामले में मारूफपुर चौकी प्रभारी शिवमणि त्रिपाठी को निलंबित कर दिया। इसको लेकर पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
दसअसल जिले के धानापुर थानाक्षेत्र के हिंगुतरगढ़ निवासी मेघश्याम की बेटी संतकबीर जिले में पुलिस विभाग में आरक्षी के पद पर तैनात है। शनिवार की तड़के सुबह मेघश्याम अपनी बेटी को गाजीपुर के औड़िहार रेलवे स्टेशन पर छोड़ने के बाद घर लौट रहे थे। इसी बीच अपहरकर्ताओं ने गंगा नदी पर बने रामकरन सेतू पर उनका अपहरण कर लिया। इतना ही नहीं अपहरणकर्ताओं ने परिजनों को फोन करके 25 लाख की फिरौती मांग किया। अपहरणकर्ता उनको लेकर चंदौली बार्डर के रास्ते ही गुजरे थें। गाजीपुर पुलिस के सूचना के बाद भी चौकी प्रभारी मारूफपुर ने अपने उच्चाधिकारियों को अपहरण के मामले से अवगत ही नहीं कराया।
हालांकि गाजीपुर पुलिस ने आरोपियों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया और मेघश्याम को सकुशल बरामद कर लिया। इसी मामले में पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने गाजीपुर बार्डर स्थित मारूफपुर चौकी प्रभारी शिवमणि त्रिपाठी को निलंबित कर दिया। इस कार्यवाही से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
सकलडीहा सीओ अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि अपहरणकर्ता मेघश्याम को लेकर रामकरन सेतु से चंदौली के तरफ ही भागे थे। जानकारी होने के बाद भी चौकी इंचार्ज ने इसकी सूचना कंट्रोल रूम को नहीं दी। हालांकि गाजीपुर पुलिस ने मेघश्याम को चौबीस घंटे के अंदर अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा लिया।