Young Writer, चकिया। सपही जंगल के बेशकीमती सागौन की बड़े पैमाने पर तस्करी करने वाले शातिर तस्कर गोरखनाथ बिंद को वन विभाग की टीम ने गुरुवार की तड़के सुबह बियासड़ गांव के पास से 14 बोटा सागौन के साथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी तस्कर दो अलग-अलग नंबर प्लेट लगी पुरानी मारुति वैन में सागौन के बोटे को रखकर मुगलसराय की तरफ जा रहा था। वन विभाग ने पकड़ी गई गाड़ी को सीज करने के साथ ही तस्कर को भारतीय वन अधिनियम के तहत निरूद्ध कर न्यायालय पेश करने के बाद जेल भेज दिया। वन विभाग की कार्रवाई से पेड़ की तस्करी करने वाले माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।
चकिया रेंजर अकबाल बहादुर सिंह ने बताया कि बोदारा कला (डूही सूही) गांव निवासी गोरखनाथ बिंद पिछले कुछ वर्षों से सपही जंगल से सागौन की लकड़ी का अवैध कटान करके पास के मुगलसराय, वाराणसी और मिर्जापुर जनपद में तस्करी करता था। मुखबिर से सूचना मिली कि गोरखनाथ गुरुवार की भोर में 4 बजे के आसपास आगे और पीछे के दोनों अलग-अलग नंबर प्लेट लगी पुरानी मारुति वैन में सागौन का बोटा छिपाकर पचवनिया के रास्ते मुगलसराय की तरफ जा रहा हैद्य जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए वन कर्मियों की टीम के साथ पीछा करके बियासड़ गांव के पास घेराबंदी करके गोरखनाथ बिंद को मारुति वैन सहित कब्जे में ले लिया गया। तलाशी के दौरान वाहन में छिपाकर रखे गए 14 बोटा सागौन को बरामद को किया गया। रेंजर ने बताया कि आरोपी तस्कर गोरखनाथ और तस्करी में संलिप्त उसके तीन साथियों के विरुद्ध भारतीय वन अधिनियम की धारा के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। इस दौरान वन कर्मियों की टीम में वन दरोगा रिशु चौबे, वनरक्षक रामआशीष व सच्चिदानंद मौजूद रहे।