इलिया । सरकारी लापरवाही और विभागीय सुस्ती ने एक बार फिर जनता की जान जोखिम में डाल दी है। बेन–धरौली नहर मार्ग पर परमंदापुर गांव के पास बीच सड़क में बना बड़ा और गहरा गड्ढा अब मौत का जाल बन गया है। हर दिन राहगीर यहां गिरकर घायल हो रहे हैं, जबकि विभाग अब तक पूरी तरह मौन है।
गांव वालों ने बताया कि सड़क निर्माण के समय जल निकासी के लिए तीन फीट का कुलावा लगाया गया था, लेकिन पिछले हफ्ते हुई अत्यधिक बारिश के दौरान कुलावे के जोड़ पर लीकेज हो गया। इसके कारण पानी का तेज बहाव नीचे से मिट्टी और गिट्टी को बहा ले गया, जिससे सड़क का पूरा हिस्सा अंदर से खोखला होकर धंस गया। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि इस मार्ग से अक्सर भारी वाहनों का आवागमन होता है, जिससे गड्ढा और चौड़ा होता जा रहा है और सड़क अब पूरी तरह टूटने की कगार पर पहुंच गई है। अब सड़क के बीच बना यह गड्ढा कई फीट गहरा और चौड़ा हो चुका है।

ग्रामीणों ने राहगीरों को सतर्क करने के लिए गड्ढे के पास खर–पतवार और लकड़ी रख दी है, लेकिन इसके बावजूद रात के अंधेरे में कई बाइक सवार और पैदल यात्री घायल हो चुके हैं। बारिश का पानी जमा होने से गड्ढा अब खुले खतरे में तब्दील हो चुका है। ग्रामीणों का आरोप है कि बरसात के दौरान तहसीलदार और एसडीएम ने निरीक्षण तो किया था, लेकिन अब तक किसी भी अधिकारी ने मरम्मत की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया। समय के साथ गड्ढा और बढ़ता जा रहा है, जिससे किसी भी वक्त बड़ा हादसा हो सकता है। इसी समस्या को लेकर किसान विकास मंच के कार्यकर्ताओं ने रविवार को लबे रोड पर जोरदार प्रदर्शन किया। संगठन मंत्री राम अवध सिंह ने कहा जब तक विभाग इस सड़क की मरम्मत नहीं कराता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। अगर तत्काल मरम्मत नहीं हुई, तो आगामी जिला किसान दिवस में यह मुद्दा डीएम के सामने उठाया जाएगा और चक्का जाम किया जाएगा। ग्रामीणों ने बताया कि यह मार्ग इलाके का मुख्य संपर्क मार्ग है, जिससे रोजाना सैकड़ों वाहन, स्कूल बसें और किसान अपनी उपज लेकर गुजरते हैं। सड़क धंसने से अब हर कोई डर के साए में सफर कर रहा है।
इस दौरान राम अवध सिंह, जयनाथ सिंह, श्याम नारायण यादव, रामलाल बिंद, मुन्ना गुप्ता, बनारसी बिंद, सोनू गुप्ता, सुनील राम, पुजारी बिंद, नंदू बिंद सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग से मांग की है कि सड़क की तत्काल मरम्मत और कुलावे की पुनः मजबूती कराई जाए, ताकि आवागमन सुरक्षित और निर्बाध रूप से बहाल हो सके।