चंदौली। गर्मी ने अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है। दिन में तेज धूप व भीषण गर्मी के कारण लोगों का गला तेजी से सूख रहा है। ऐसे में चंदौली जिला मुख्यालय पर आम लोगों की प्यास बुझाने के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं है। स्थिति यह है कि कुछ वर्ष लोगों को स्वच्छ व शीतल पेजयल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जगह-जगह वाटर कूलर लगाए गए थे, जिनमें अधिकांश अब क्रियाशील नहीं है। वहीं कुछ का स्थान बदल दिया गया है, जिससे वह आम लोगों की पहुंच से दूर हो गए हैं।
ऐसी स्थिति में प्रचण्ड गर्मी में तपती धूप के कारण प्यास से व्याकुल लोगों को इधर उधर भटकना पड़ रहा है। सार्वजनिक स्थल पर प्यास बुझाने की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों कने हैंडपंप या दुकानों से पानी खरीद कर प्यास बुझानी पड़ती है। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं व उनके बच्चों को हो रही है। नगर पंचायत की तरफ से लगे वाटर कूलर सरकारी दफ्तरों में लगाए गए हैं, जिस कारण खरीदारी व अन्य जरूरी कामकाज से चंदौली आने वाले बाहरी लोगों के साथ ही स्थानीय वार्डों में लोगों को स्वच्छ व शीतल पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। लोगों का आरोप है कि वाटर कूलर को स्थापित करते समय आमजन के हितों का बिल्कुल ध्यान नहीं रखा गया है। नगर पंचायत की माने तो नगर में कुल पांच वाटर कूलर लगाए गए हैं, जिसमें पहला नगर पंचायत कार्यालय, दूसरा न्यायालय परिसर, तीसरा मठ मंदिर प्रांगण, चौथा सती बाग मंदिर प्रांगण व पांचवां वार्ड नंबर 11 संजय नगर में लगाया गया है। लेकिन एक भी वाटर कूलर बाजार अथवा वाहन स्टैंड जैसे भीड़भाड़ वाले इलाके में नहीं लगाया गया है, जिससे राहगीर अपनी प्यास बुझा सके। इस बाबत नगर पंचायत वरिष्ठ लिपिक इकबाल अहमद ने बताया कि नगर में पांच वाटर कूलर संचालित है। नगर में अन्य जगहों को चिन्हित कर जल्द वाटर कूलर लगाया जाएगा।