Young Writer, Chandauli: इन दिनों चिलचिलाती धूप व गर्मी में लू के थपेड़े बहुत ही ज्यादा है। लू से बचने के लिए एहतियात बरतने की जरूरत है। ज्यादा से ज्यादा बाहर धूप में निकलने से बचे। अगर मजबूरी होती है कि बाहर निकलने और बाहर छाते का इस्तेमाल करें। बाहर सिर ढककर लू से बचा जा सकता है। ज्यादा से ज्यादा हल्का ठंडा पानी पीकर व प्यास लगे तो रुक कर पानी पीकर ही निकले। बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
अप्रैल महीने में ही गर्मी रिकार्ड तोड़ने लगी है। धूप व लू के थपेड़ों से हाल बेहाल है। इन दिनों तापमान अधिकतम 42 डिग्री चल रही है। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. रितेश कुमार ने इसे लेकर लोगो को अहम सलाह दी है। कहा कि तीखी धूप व लू झुलसा रही है। सबसे अधिक दिक्कत बच्चों को हो रही है। बच्चे इसकी चपेट में आकर बीमार पड़ रहे है। ऐसे में सावधानी जरूरी है। तापमान बढ़ने की वजह से बच्चे उल्टी, दस्त और बुखार से पीड़ित हो रहे है। अस्पताल में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ रही है। लू का असर छोटे बच्चो पर असर अधिक हो रहा है। उनमें डिहाइड्रेशन की समस्या भी हो रही है। पंखे व कूलर से निकलने के बाद लोग बाहर आते ही लू की चपेट में आ जा रहे है।
इससे बचने के लिए धूप में निकलने से पहले खाना खाकर निकले। ज्यादा से ज्यादा हल्का ठंडा पानी पीकर निकले। बाहर धूप में निकलने पर प्यास की तलब लगे तो छांव में दो मिनट रुककर पहले पानी पिये फिर आगे बढ़े तेज धूप से आते ही और ज्वादा पसीना आने पर फौरन ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए। बच्चों को कुरकुरे, चिप्स खाने को न दे। फास्ट फूड की जगह फल व प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करे। गर्मी के दिनों में बार-बार पीने पीना चाहिए ताकि शरीर में पानी की कमी न हो। पानी में नमक नींबू मिलाकर कर दिन में दो तीन बार पीने से लूं का खतरा कम बना रहता है। धूप में खाली पेट न निकले, हल्का भोजन करें फल सलाद का सेवन अधिक करें।