चंदौली। पीडिडियू नगर में दवा व्यापारी चर्चित हत्याकांड में शामिल तीन साजिशकर्ता को मुगलसराय कोतवाली पुलिस व स्वाट/सर्विलांस पुलिस टीम की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार कर लिया। उक्त मामले का खुलासा पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे में मंगलवार को पुलिस लाइन सभागार में किया।
उन्होंने बताया कि सिर्धाथ पाल पुत्र स्व० कमलेश पाल निवासी म0 न0 – H 374/C रवीनगर थाना मुगलसराय में तहरीर दी गयी कि दिनांक 18-11-2025 को समय लगभग रात्रि 10.30 PM मेरे बडे भाई रोहीतास पाल उर्फ रोमी पाल पुत्र स्व0 कमलेश पाल जो प्रतिदीन के भाँति अपने मेडिकल स्टोर जिसका नाम पापूलर मेडिकल स्टोर धर्मशाला रोड जी0 टी0 रोड पर है। अपनी दुकान बन्द करके घर जाने की तैयारी कर रहे थे। कि एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा पीछे से उनके सिर पर गोली मार कर भाग गया मौके पर मेरा भतीजा दीपराज पाल पुत्र स्व० प्रकाश पाल व दुकान का स्टाप ने मिलकर आनन्द हास्पिटल ले गए। वहाँ से मेटिस हास्पिटल फिर वहा से B.H.U ट्रामा सेन्टर ले गये। B.H.U ट्रामा सेन्ट्रर पर डाक्टर के द्वारा रोहितास पाल को मृत घोषित कर दिया गया। तहरीर के आधार पर पुलिस द्वारा मु0अ0सं0-569/2025 धारा 103(1) पंजीकृत कर विवेचनात्मक कार्यवाही प्रचलित की गयी। प्रभारी निरीक्षक मुगलसराय गगनराज सिंह के कुशल नेतृत्व में स्वाट/सर्विलांस टीम व मुगलसराय पुलिस टीम की संयुक्त कार्यवाही द्वारा हत्याकांड में उपलब्ध साक्ष्यो के आधार पर ओम प्रकाश जायसवाल पुत्र स्व0 मानिक चन्द जायसवाल उम्र 65 वर्ष निवासी म0न0 418 लाट न0-02 थाना मुगलसराय जनपद चन्दौली मनोज कुमार जायसवाल पुत्र स्व0 विषेश्वर प्रसाद उम्र 60 वर्ष निवासी गल्ला मण्डी चौराहा मकान 46 थाना मुगलसराय जनपद चन्दौली भानू जायसवाल पुत्र स्व0 जय नारायण जायसवाल उम्र 65 वर्ष निवासी बाजार जजीद दीप अपार्टमेंट फ्लैट न0-01 थाना कैण्ट वाराणसी को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में ज्ञात हुआ कि अभियुक्त भानू जायसवाल द्वारा मृतक रोहितास पाल उर्फ रोमी की थाना मुगलसराय पुलिस अन्तर्गत कन्हैया टाकिज की पैतृक सम्पत्ति जो अंश मृतक के दादा स्व0 राजाराम की थी। को स्व0 राजाराम की दूसरी पत्नी स्व0 शान्ति देवी की पुत्रियो प्रीती, गीता पाल, उमा पाल, निशा पाल, वीणा पाल द्वारा फर्जी तरीके से वरासतन अपना नाम दर्ज कराकर कम कीमत पर भानू जायसवाल को बेच दिया गया था। उक्त जमीन पर भानू जायसवाल कब्जा दाखिल होना चाह रहे थे जिसका विरोध बार बार मृतक रोहितास पाल उर्फ रोमी द्वारा किया जा रहा था। तथा रोहितास द्वारा भानू जायसवाल के बैनामे को कैन्सिलेशन हेतु न्यायालय में मुकदमा किया गया था। जिसका मुकदमा नम्बर 553/23 है। काफी प्रयास के बाद जब कब्जा नहीं मिला तो भानू जायसवाल द्वारा मुगलसराय के स्थानीय व्यक्ति ओमप्रकाश जायसवाल, मनोज जायसवाल व एजाज शौकत से सम्पर्क किए तथा उनके द्वारा भी मृतक रोहितास पाल को डराकर धमकाकर कब्जे का प्रयास किया गया। किन्तु मृतक रोहितास पाल द्वारा बार बार विरोध किया जाता था। जिसके बाद अभियुक्तों द्वारा रोहितास पाल को रास्ते से हटाने की योजना बनाकर आपराधिक साजिश के तहत भाडे के शूटरो से रोहितास पाल की हत्या करवा दी गयी।

