चंदौली। सक्तेशगढ़ आश्रम के परमहंस स्वामी अड़गड़ानन्द महाराज के परम शिष्य स्वामी नारद महाराज ने शनिवार को झांसी स्थित यथार्थ नर्सिंग कालेज प्रांगण में आयोजित सत्संग में भक्तों को आशीर्वचन दिया। वहीं आयोजित भंडारे में सैकड़ों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। स्वामी नारद महाराज मुख्यालय स्थित डा. आरडी मेमोरियल हास्पिटल के नवनिर्मित भवन के भूमि का पूजन किया।
इस अवसर पर सत्संग में उन्होंने कहा कि गीता मानव मात्र का धर्म शास्त्र है। गीता भली प्रकार मनन करके हृदय में धारण करने योग्य है। यह भगवान श्रीकृष्ण के श्रीमुख से नि:सृत वाणी है। इसलिए इसका नियमित पाठ करना चाहिए। इससे मानव जीवन सफल हो जाएगा। गीता से सुख शांति तो मिलती है। यह अक्षय अनामय पद भी देती है।
उन्होंने कहा कि विश्व में सर्वत्र गीता का समादर है। फिर भी यह किसी मजहब या सम्प्रदाय का साहित्य नहीं बन सकी। क्योंकि सम्प्रदाय किसी ने किसी रूढ़ि से जकड़े हैं। भारत में प्रकट हुई गीता विश्व मनीषा की धरोहर है। कहा कि सिवाय आत्मा के कुछ भी शाश्वत नहीं है। इस मौके पर सीडीओ एसएन श्रीवास्तव, मंगला सिंह, प्रबंधक डा. धनन्जय सिंह, डा. शुभम सिंह, अमन सिंह, प्रिंसिपल डा. जेनेट जे, रवि नागेंद्र सिंह, सोनी चौहान, धर्मेंद्र, रिंकू मौर्या, नीलम प्रजापति, अर्चना राज, सिंह, अर्चना वर्मा, गजाला नाजमीन, आंचल वर्मा, अन्नू कुमारी, प्रदीप कुमार, सीतेश कुमार, शेखर कन्नौजिया, मुन्ना दूबे, अभिजित यादव, विकास यादव सहित अन्य भक्त मौजूद रहे।