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Friday, March 21, 2025

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चंदौली कैली-मार्ग जाम कर महिलाओं ने किया जमकर विरोध प्रदर्शन,बोली विद्यालय कि छात्राए प्रतिदिन होती है छिटाकशी का शिकार

चंदौली। सदर कोतवाली क्षेत्र के बसिला नसीरपुर चट्टी सड़क पर बुधवार को अंग्रेजी शराब की दुकान आवंटित होने की जानकारी होने से पहले ही दर्जनों की संख्या में महिलाओं ने देशी शराब की दुकान पर पहुंचकर जमकर तोड़फोड़ किया साथ ही चंदौली कैली-मार्ग जाम कर धरने पर बैठ गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह महिलाओं को समझा बुझाकर शांत कराया। साथ ही जल्द दुकान हटवाने का आश्वासन दिया।
दरसअल क्षेत्र के बसिला नसीरपुर चट्टी पर देशी शराब की दुकान पिछले 5 वर्षों से चलाई जा रही है। यहां पर शाम ढलते ही आधा दर्जन गांवों के लोग एकत्रित होकर शराब के नशे में धूत होकर जमकर उत्पाद मचाने का काम करते हैं। यहां तक की घर पर भी पहुंच कर महिलाओं के साथ जमकर मारपीट व उत्पीड़न करने का काम करते चले आ रहे हैं।

जबकि इसी मार्ग से होकर तीन विद्यालय के छात्र छात्राएं भी प्रतिदिन गुजर करते हैं। इनको भी छिटाकशी का शिकार होना पड़ता है। पिछले दिनों सरकार द्वारा यहां पर अंग्रेजी व बियर की दुकान की नयी दुकान आवंटन कर दिया गया। इसकी जानकारी जैसे ही क्षेत्र के गांव की महिलाओं को हुई। तो इससे आक्रोशित होकर बुधवार को देसी शराब के दुकान के पास पहुंचकर दुकान में तोड़फोड़ के साथ ही शराब को भी नष्ट कर दिया। साथ ही चंदौली-कैली मार्ग जाम कर दुकान हटवाने को लेकर धरने पर बैठ गई। लगभग एक घंटे चले धरने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने महिलाओं को समझा बूझकर दुकान हटवाने का शासन पर एसडीएम के नाम पत्रक लेकर जाम समाप्त कराया। इस दौरान सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई थी।

Railway News : नवरात्र में ट्रेनों में सीट नहीं कैसे हो मैहर-विन्ध्वासिनी के दर्शन

रेलवे : young Writer

Young Writer, डीडीयू नगर वासंतिक नवरात्र की शुरुआत 30 मार्च से हो रही है। यह छह अप्रैल तक चलेगा। देवी आराधना के महापर्व में बड़े पैमाने पर शक्ति उपासक माता वैष्णव देवी, मैहर देवी, माता विंध्यवासिनी, मां कामाख्या धाम, मुंबई में मां मुंबा देवी के दर्शन को जाते है। देवी धाम जाने वाली ट्रेनों के सीट भरे हैं। ऐसे में भक्तों को दिक्क़त हो रही है।
होली के बाद अप की ओर जाने वाली ट्रेनों में अधिक भीड़ है। यह स्थिति होली के 15 दिन बीतने के बाद भी समाप्त होती नहीं दिख रहा है। नवरात्र में जिले से सबसे अधिक लोग मैहर देवी और मां विंध्यवासिनी के दरबार में माथा टेकने जाते हैं। यदि मैहर जाने की स्थिति देखे डीडीयू से दानापुर -पुणे एक्सप्रेस में 30 मार्च को स्लीपर में 55, 31 मार्च को 19, एक अप्रैल को 18, दो को 13, तीन को 12 वेटिंग है। थर्ड एसी में तीन अप्रेैल को दो सीट उपलब्ध है। इसी तरह पटना लोकमान्य तिलक जनता एक्सप्रेस के स्लीपर में चार अप्रैल तक दस से अधिक वेटिंग है। वहीं शिप्रा एक्सप्रेस 11 अप्रैल तक स्लीपर में रिग्रेट (अब बुकिंग नहीं हो सकती) दिख रहा है। यही हाल मुंबई मेल में भी है। दानापुर -सिकंदराबाद, संघमित्रा एक्सप्रेस के स्लीपर, थर्ड एसी में भी नवरात्र में कोई सीट उपलब्ध नहीं है। वहीं मां मुंबा देवी के दर्शन के लिए मुंबई जाने वाले यात्रियों को भी ट्रेन में सीट खोजने में परेशानी हो रही है। पटना लोकमान्य तिलक जनता एक्सप्रेस, मुंबई मेल, पाटलिपुत्र एक्सप्रेस, पटना छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, गोड्डा लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस में स्लीपर और थर्ड एसी में 30 से अधिक वेटिंग दिख रही है। मां कामाख्या के दर्शन के लिए गुवाहाटी जाना पड़ेगा। यहां के लिए नवरात्र में डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस में तीस मार्च केा थर्ड एसी में सीट रिग्रेट है जबकि सेकेंड एसी में पांच और फर्स्ट एसी में दो वेटिंग है। वहीं गुवाहाटी एक्सप्रेस में स्लीपर, थर्ड एसी, सेकेंड एसी में सीट रिग्रेट है। ब्रह्मपुत्र मेल के स्लीपर में चार अप्रैल तक 20 से अधिक वेटिंग है जो थर्ड एसी में 30 मार्च को 22, 31 को 16, एक अप्रैल को 12 वेटिंग है। नार्थईस्ट एक्सप्रेस में तीस मार्च को थर्ड एसी में सीट रिग्रेट है जबकि 31 मार्च से चार अप्रैल तक 22 से अधिक वेटिंग है। इस संबंध में पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने बताया कि यात्रियों की संख्या की लगातार समीक्षा की जाती है।

Phoolan Devi के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले के खिलाफ हो कार्यवाहीः निषाद पार्टी

Young Writer, चंदौली। निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर जुलूस निकालकर विरोध प्रदेशन किया। इसके बाद कलेक्ट्रेट पहुंचकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। आरोप लगाया कि डा. आशीष द्विवेदी के द्वारा सोशल मीडिया पर पूर्व सांसद फूलन देवी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी किया गया। लेकिन मामला संज्ञान में आने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में निषाद समाज के लोग ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं। साथ ही लोगों ने निषाद समाज के लोगों को अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र जारी करने की मांग को दोहराया।

इस दौरान जिलाध्यक्ष अरविंद बिन्द ने कहा कि जालौन जिले के डा. आशीष द्विवेदी के द्वारा निषाद समाज की पूर्व सांसद फूलन देवी के खिलाफ सोशल मीडिया पर अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया गया। लेकिन पुलिस प्रशासन के लोगों ने मामले का संज्ञान नहीं लिया। कहा कि निषाद समाज की तमाम उप जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग काफी समय से चल रहा हैं। लेकिन प्रदेश सरकार ने अभी तक अधिसूचना जारी नहीं किया हैं। जबकि निषाद समाज के लोगों में इसको लेकर काफी नाराजगी झलक रही हैं। चे

ताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान निषाद समाज के लोगों भाजपा को करारा झटका दिया था। अगर आगामी विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश सरकार ने अधिसूचना जारी नहीं किया तो परिणाम भी नाकारात्मक होगा। क्योंकि मान सम्मान से बढ़कर निषाद समाज के लोगों के लिए कुछ भी नहीं हैं। कहा कि निषाद समाज के लोग फिरहाल ज्ञापन देकर अपनी मांगों को रख रहे हैं। आगे रणनीति बनाकर कार्यक्रम निर्धारित किया जाएगा। इस दौरान महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष शिव कुमारी निषाद, सुरेश निषाद, चंद्रकला निषाद, चंद्रमणि पांडेय, विजय निषाद, मेघनाथ निषाद, रेखा देवी, काशी साहनी आदि मौजूद रहे।

Chandauli:सर्कुलेटिंग एरिया से चोरों ने उड़ाई आरपीएफ कर्मी की बाइक,घटना सीसी कैमरे में कैद

डीडीयू नगर। एनई रेलवे आरपीएफ आउटपोस्ट पर तैनात एक कांस्टेबल की बाइक उचक्कों ने सर्कुलेटिंग एरिया स्थित पार्सल कार्यालय के सामने बने बाइक स्टैंड से उड़ा दिया। बाइक चोरी के दौरान चोर सीसी कैमरे में कैद हो गया। इसकी जानकारी होने पर भुक्तभोगी ने लिखित सूचना जीआरपी को दी।
आरपीएफ स्टेशन पोस्ट पर तैनात हेड कॉन्स्टेबल कोमल सिंह अपनी बाइक आरजे 34 एसएम 7750 को सर्कुलेटिंग एरिया स्थित पार्सल कार्यालय के सामने बने पार्किंग में खड़ा करके गत 12 मार्च की सायं 4 से 12 बजे रात्रि तक ट्रेन सील ड्यूटी करने चला गया। इसी बीच जब वह चाय पीने के लिए वापस बाहर आया। तब उसने देखा कि उसकी बाइक गायब है। उसने काफी तलाश किया लेकिन बाइक का कहीं अता पता नहीं चला। आरपीएफ कर्मी ने इसकी सूचना अपने अधिकारी अजय कुमार राय के साथ 112 नम्बर डायल पुलिस और जीआरपी को दी। जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज खंगाले गये। दो युवक का बाइक लेकर जाते हुये स्पष्ट दिखाई दे रहे है। भुक्तभोगी ने तत्काल इसकी लिखित तहरीर जीआरपी में दी लेकिन कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करा दिया। इस बाबत जीआरपी थाना प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह ने बताया कि जांच की जा रही है।

Chandauli:आखों में इस्प्रे मारकर ग्राहक जनसेवा केंद्र संचालक से 50 हजार कि लूट,क्षेत्र में फैली सनसनी

चहनियाँ। बलुआ थाना क्षेत्र के डेवड़ा निवासी प्रमोद प्रजापति अपने मजीदहा स्थित ग्राहक सेवा केंद्र (ubi)से सोमवार को शाम 6 बजे अपने घर जा रहें थे की रास्ते मे बल्लीपुर डेवड़ा के बीच आरो प्लांट के पास पहले से घात लगाए अपाचे गाड़ी से दो व्यक्ति केमिकल युक्त स्प्रे से उनके आँखों पर स्प्रे मार दिए। जिससे प्रमोद को कुछ सामने दिखाई नहीं दिया। उनके बाद बैग मे रखा 50 हजार रूपया और एटीएम मशीन, फिंगर मशीन व एक मोबाइल जिससे बैंक का काम करते थे। बदमाश छीन कर भाग गए। घटना के बाद प्रमोद ने 112 नंबर पर फोन करके पुलिस को सूचना दिए। मौके पर बलुआ पुलिस पहुँच कर जाँच पड़ताल मे जुट गयी। लेकिन सूचना भेजनें तक अभी बदमाश पकड़ से बाहर है। बलुआ थाना प्रभारी आशीष मिश्रा ने बताया कि भुक्त भोगी से सूचना मिली थी। घटना स्थल व आस पास के दुकानों मे सीसी टीवी फुटेज से जाँच किया जा रहा है। जल्द से जल्द घटना का पता लगाया जायेगा।

पूर्व सांसद फूलन देवी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन,आरोपी के खिलाफ कार्यवाई की मांग


चंदौली। निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर जुलूस निकालकर विरोध प्रदेशन किया। इसके बाद कलेक्ट्रेट पहुंचकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। आरोप लगाया कि डा. आशीष द्विवेदी के द्वारा सोशल मीडिया पर पूर्व सांसद फूलन देवी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी किया गया। लेकिन मामला संज्ञान में आने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में निषाद समाज के लोग ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं। साथ ही लोगों ने निषाद समाज के लोगों को अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र जारी करने की मांग को दोहराया।
इस दौरान जिलाध्यक्ष अरविंद बिन्द ने कहा कि जालौन जिले के डा. आशीष द्विवेदी के द्वारा निषाद समाज की पूर्व सांसद फूलन देवी के खिलाफ सोशल मीडिया पर अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया गया। लेकिन पुलिस प्रशासन के लोगों ने मामले का संज्ञान नहीं लिया। कहा कि निषाद समाज की तमाम उप जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग काफी समय से चल रहा हैं। लेकिन प्रदेश सरकार ने अभी तक अधिसूचना जारी नहीं किया हैं। जबकि निषाद समाज के लोगों में इसको लेकर काफी नाराजगी झलक रही हैं। चेताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान निषाद समाज के लोगों भाजपा को करारा झटका दिया था। अगर आगामी विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश सरकार ने अधिसूचना जारी नहीं किया तो परिणाम भी नाकारात्मक होगा। क्योंकि मान सम्मान से बढ़कर निषाद समाज के लोगों के लिए कुछ भी नहीं हैं। कहा कि निषाद समाज के लोग फिरहाल ज्ञापन देकर अपनी मांगों को रख रहे हैं। आगे रणनीति बनाकर कार्यक्रम निर्धारित किया जाएगा। इस दौरान महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष शिव कुमारी निषाद, सुरेश निषाद, चंद्रकला निषाद, चंद्रमणि पांडेय, विजय निषाद, मेघनाथ निषाद, रेखा देवी, काशी साहनी आदि मौजूद रहे।

Chandauli:दोष सिद्ध होने पर कोर्ट ने आरोपी को सुनाई 9 माह की कठोर कारावास,अर्थदंड से भी किया दंडित


चंदौली। जनपद एवं सत्र न्यायाधीश रविंद्र सिंह ने कोर्ट में सुनवाई के दौरान दोष सिद्ध होने पर आरोप को 9 माह का कठोर कारावास की सजा सुनाई। वहीं तीन हजार रुपया अर्थदंड से दंडित किया। अर्थदंड जमा न करने पर एक माह की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। सकलडीहा थाने के कम्हारी निवासी त्रिभुवन कुमार के खिलाफ 11 जुलाई 2011 को धारा- 8/20 एनडीपीएस एक्ट के सम्बन्ध में अलीनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में मानिटरिंग सेल एवं डीजीसी शशि शंकर सिंह की प्रभावी पैरवी और साक्षियों के साक्ष्य के फलस्वरूप जिला जज ने आरोपी के खिलाफ सजा सुनाई।

पानी बहुत नीचे चला गया है : डा. उमेश प्रसाद सिंह


Young Writer, साहित्य पटल। ललित निबंधकार Dr. Umesh Prasad Singh
पानी नीचे चला गया है। नीचे, बहुत नीचे चला गया है। इतना नीचे कि हमारी पकड़ में नहीं है। वह हमारी पहुँच में नहीं है। वह सिकुड़कर, सिमटकर नीचे ही भागता जा रहा है।
सतह पर पानी कहीं नहीं है। जो कुछ है बिना पानी का है जो कुछ है बेपानी है। पानी न चेहरे पर है। न आँख में है। न जबान पर है। सब कुछ रूखा-रूखा। सब कुछ सूखा-सूखा। हमारी जमीन की सतह से, हमारे चेहरे से, हमारी आँख से, हमारी वाणी से पानी क्यों भागता जा रहा है। सबको छोड़कर पानी क्यों पाताल पैठता जा रहा है?

सवाल है, मगर किसके लिए? किससे पूछना है, पानी से? पानी पीने वालों से? पानी बहाने वालों से? पानी की पत उतारने वालों से? पानी से केलि क्रीड़ा करने वालों से? पानी बेचने वालों से? पानी से प्यार करने वालों से? किससे पूछे? नहीं, नहीं, यह तो तय कर पाना बड़ा मुश्किल है। हमारे समय में कुछ भी तय कर पाना बड़ा मुश्किल है। बेहद कठिन है। एक प्रश्न को जरा-सा छू दीजिए। फिर प्रश्न से इतने फूट पड़ते हैं कि मूल प्रश्न ही पता नहीं धकियाती भीड़ में कहाँ खो जाता है। प्रश्नों का ऐसा बेकाबू रेला उमड़ पड़ता है कि प्रश्न के साथ-साथ पूछने वाले के वजूद का भी कहीं अता-पता नहीं रह जाता। अरे बाप रे! कितना खतरनाक है। कितना खतरनाक है,- एक सवाल के लिए जान जोखिम में डालना। एक सवाल और है। सवाल यह भी है कि क्या जोखिम में जान को न डालकर भी हमारे समय में जान को जोखिम से बचाए रखना संभव है। शायद….। शायद नहीं। फिर क्या फर्क पड़ता है। देखिए न आँख उठाकर अपने समय में चारों तरफ जिनके भी कंधे पर सिर बने हुए है या कि बचे हुए हैं, सबके सब ओखली में पड़े हुए हैं। अब मूसलों की गिनती कौन करे। जिनके सिर ओखली में नहीं हैं, उनके सिर पर मूसल नहीं गिरेंगे, यह विश्वास बनाए रखना भी आसान नहीं है। हमारी व्यवस्था में आदमी की भूमिका आदमी जैसी बची ही कितनी है। हमारे समय का हर निरपराधआदमी मनुष्यता विरोधी अघोषित महायुद्ध का आखेट बन कर रह गया है। यह ऐसा युद्ध है, जिसमें जो लड़ेंगे वे तो मारे जाएंगे ही! मगर जो नहीं भी लड़ेंगे वे नहीं मारे जाएंगे, इसकी तनिक भी गुनायश कहीं नहीं दिखती। खैर!

जाने दीजिए। फिर कभी। अभी दूसरी बात करनी है। अभी तो पानी के बारे में….।
हमारी विरासत में जल केवल जल नहीं है। कभी नहीं रहा है। हमारे लिए जल जीवन का संपोषक है। जीवन को जुड़ाने वाली, जुगाने वाली हर चीज जल का समानार्थी है। जल जीवन को सजल बनाता है। जीवन को सबल बनाता है। जीवन को सफल बनाता है। जीवन को सार्थक बनाता है। जल से ही जीवन धारण करने योग्य बनता है। जल जीवन का आधार है। जब जीवन का आधार ही नीचे चला जाएगा। अपनी पहुँच से बाहर हो जाएगा तो भला जीवन को संभालना कितना मुश्किल हो जाएगा। हमारे लिए जल का संकट जीवन का संकट है।
जो लोग पानी के संकट के सामने भी पानी-पानी हो जाना नहीं जानते उनकी बात कौन करे। जो पानी को पानी के भाव बहा देने में तनिक भी संकोच नहीं करते, उनका कलेजा तो पत्थर का ही होता होगा। पानी के चुक जाने पर भी जिनके मन में ग्लानि नहीं जागती वे मनुष्यजाति के लिए कलंक कहे जाने योग्य ही हो सकते हैं। ऐसे मानुष का भला मनुष्यता से क्या नाता हो सकता है। समय चाहे जितना भी बेपानी हो जाय, मनुष्य जीवन में क्षुद्रता की चाहे जितनी भी व्याप्ति हो जाय मगर फिर भी पानी की चिंता तो पानीदार बनी ही रहेगी।

हमारी विरासत में पानी के संचय के लिए बड़ी पवित्र प्रवृत्ति का जीवन में प्रभूत प्रसार उपलब्ध मिलता है। हमारी जीवन व्यवस्था में सरोवरों, तालाबों, बावड़ियों, तड़ागों और कूपों का निर्माण धर्मकार्य के उत्तम उदाहरण के रूप में अभिनन्दित होता रहा है। नदियों की पूजा की परम्परा का उत्स तो मानवीय सम्भ्यता के उद्गम के साथ-साथ ही जुड़ा है। जल का उपयोग झुककर विनीत भाव से कृतज्ञतापूर्ण आह्लाद के साथ करने की रीति हमारी जीवन परम्परा में आदरपूर्ण प्रतिष्ठा की अधिकारिणी रही है। कुँए से हम हमेशा झुककर जल निकालने के अभ्यासी रहे हैं। नदी में, सरोवर मे झुककर जल का आचमन करने का हमारा अभ्यास स्वभाव की तरह सहज हमारे जीवन व्यवहार में समाहित रहा है। जीवन का आधारभूत हर पदार्थ हमारे लिए पूजा का आश्रय रहा है। पानी हमारे लिए केवल पदार्थ कभी नहीं रहा है। वह तो वरुण के रूप में देवता की पदवी प्राप्त रहा है, हमारे सामूहिक सामाजिक जीवन में। जीवन को धारण करने के लिए सहायक और उपयोगी हर चीज हमारे लिए जीवन के बराबर ही महत्तम है। जीवन के समान ही पूज्य है। ऐसा विश्वास हमारे संस्कार में निहित रहा है।

मगर अब….? मगर आज….? नहीं ऐसा कुछ भी नहीं है। जो हमारी अन्तःप्रज्ञा का आलोक था, उसे हमने आज अबौद्धिक अन्धता कहकर त्याग दिया है। सबका हमने परित्याग कर दिया है। आधुनिक कहे जाने की आकुलता में, अतुरता में, ललक में हमने सारे पदार्थों के साथ सारे सम्बन्धों का परित्याग कर दिया है। हमारा सम्बन्धों का परित्याग पदार्थों तक ही सीमित नहीं रहा। आज हमारी सभ्यता मनुष्य और मुनष्य के बीच भी सम्बन्ध हीनता के भयावह सन्नाटे के सम्मुख सिर लटकाये खड़ी है। हम पानी के उपयोग के लिए पानी के प्रति आभार प्रदर्शन के बिल्कुल विमुख हैं। हम पानी के लिए धरती की छाती छेदकर भी लज्जित नहीं है। आज हम जीवन के लिए सारी उपयोगी चीजों का उपभोग करने के अभिमान में डूबे हुए हैं। स्वामित्व की उद्दाम लालसा के अथाह विस्तार में डूब मरने को दौड़ रहे हैं। आज हमारे पास जो कुछ भी है सबको पददलित करके रौंद रहे हैं। रौंद कर अपने अधिकार सुख के बेकाबू नशे में निढाल हो रहे हैं।

यह सब क्या है? स्वामित्व का अभिमान। श्रेष्ठता का दम्भ। शक्तिवान होने का दर्प। अपने को बड़ा साबित करने के सारे हथकण्डे आदमी को अन्ततः आदमी न बने रहने के गर्त में गिरा रहा है। आदमी निरन्तर असहाय, शक्तिहीन, अकेला और अवश बनता जा रहा है। प्रकृति की असीम शक्ति के सम्मुख आदमी की बिसात ही क्या है।
प्रकृति आदमी के अतिचार से अत्याचार से अमानवीयता से विक्षुब्ध है। पानी सतह को छोड़कर बहुत नीचे जा रहा है। पानी के साथ बहुत कुछ जो जीवन के लिए बहुत जरूरीर है, बहुत नीचे जा रहा है। बहुत कुछ सतह को छोड़कर बहुत गहरे घने आवरण में छिप रहा है। हमारे समय की बड़ी ही बेधक विडम्बना है कि हमारे जीवन के सारे साधन सतह से विलुप्त हैं। वे गहन आवरण की अभेद्य गहराई में जा छिपे हैं। कुछ भी पाने के लिए आदमी का बहुत नीचे गिरना उसकी मजबूरी बन गई है। छोटी-छोटी चीजों को भी पाने के लिए नीचे गिरने की नियति आदमी को कितना बौना बना रही है। कितना तुच्छ और अपदार्थ बना रही है। केवल जीने भर की सुविधा जुटाने के लिए हमारे समय में मनुष्य के निरन्तर नीचे गिरते जाने की नियति कितनी दारुण है। हमने प्रेम में, प्रार्थना में झुकने से विद्रोह करके स्वार्थपूति में नीचे गिरने की लाचार दयनीयता का वरण किया है। हमारी सम्पन्नता में कैसी विपन्नता अन्तर्निहित है, इसका सही आकलन अभी संभव नहीं है। इसके लिए अभी इंतजार अपेक्षित है।

पानी का नीचे चले जाना आदमी के सामूहिक जीवन स्तर के नीचे गिरने का सूचक है। यह हमारी सभ्यता के लिए जिसे हम अंगीकार करके जी रहे हैं, संकट का संकेत है। यह समय की चेतावनी है। काल हमें चेता रहा है। वह कह रहा है,- पानी को नीचे मत गिरने दो। उसे पकड़ो। उसे अपनी पहुँच में रखो। उसे जुगाओ। जुगाकर अपनी आँख में भर लो। आदमी की जिन्दगी की शोभा आँख में पानी से ही होती है। आदमी के चारों ओर जो विद्वेष की, वैमनस्य की, विभेद की, विषाद की आग लहक रही है, उसे समेट कर अपने सीने में रख लो। आदमी के लिए आँख में पानी और सीने में आग का होना बहुत जरूरी होता है। इनके होने से ही मनुष्य जीवन में सौभाग्य फलित होता है।

Dr. Umesh Prasad Singh
Lalit Nibandhkar (ललित निबंधकार)
Village and Post – Khakhara,
District – Chandauli, Pin code-232118
Mobile No. 9305850728

Chandauli:सह जनसेवा केंद्र पर आधार कार्ड से पैसा निकालने आए लोगों को कस्बे के युवकों ने पीटा,पांच को पुलिस ने भेजा जेल

इलिया। स्थानीय कस्बा में आवश्यक कार्य के लिए डेहरी कला गांव से आए तीन युवकों को कस्बा के ही दो युवकों ने मारपीट कर घायल कर दिया। इस मामले में दोनों पक्ष की ओर से पड़े तहरीर के आधार पर पुलिस ने कुल पांच लोगों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर आवश्यक कार्रवाई में जुटी हुई है।
डेहरी कलां गांव के विजय चौहान 43 वर्ष, दूधनाथ 48 वर्ष, मुसई चौहान 42 वर्ष इलिया कस्बा में सहजन सेवा केंद्र पर आधार कार्ड से पैसा निकालने आए थे। वापस घर लौटते वक्त कस्बा निवासी प्रवीण कुमार सिंह तथा मोनू दास ने उनकी बाइक रोककर गाली गलौज देना शुरू किया। विरोध करने पर दोनों युवकों ने विजय, दूधनाथ तथा मुसई को मारपीट कर घायल कर दिया। जिससे उनका सिर फट गया। इस मामले में पुलिस ने एक पक्ष के प्रवीण कुमार सिंह तथा मोनू दास के विरुद्ध धारा 115/352/351 बीएनएस 504, 506 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया है। वही दूसरी ओर से मिले तहरीर के आधार पर धारा 151 के तहत कार्रवाई की गई है। थानाध्यक्ष प्रियंका सिंह ने बताया कि मारपीट के मामले में एक पक्ष के दो युवक तथा दूसरे पक्ष के तीन लोगों को विधिक कार्रवाई कर जेल भेज दिया गया है।

Chandauli:कीटनाशक दवा खाने से युवक की बिगडी हालत,पीड़ित ने अपने ही पत्नी पर लगाए गंभीर आरोप


इलिया। थाना क्षेत्र के एक गांव के धीरज कुमार 22 वर्ष की कीटनाशक दवा खाने से हालत बिगड़ने लगी जिस पर परिवार के लोगों ने उसे चकिया स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंचाया। जहां उसका इलाज चल रहा है। वही पीड़ित ने अपनी पत्नी पर जहर देकर मारने का आरोप लगाया गया है।
धीरज पिछले वर्ष से गुजरात की किसी फैक्ट्री में रहकर काम करता है। घर वालों को बिना सूचना दिए होली के पर्व पर शुक्रवार की सुबह वह घर आ गया। आरोप लगाया कि घर आने पर पत्नी दूसरे के साथ आपत्तिजनक स्थिति में थी। जिससे उसी समय वह बेहोश होकर गिर गया था। होश आने पर पुलिस को सूचना दिया गया। पति-पत्नी तथा परिवार में दिनभर आरोप प्रत्यारोप का दौर चलने के बाद दूसरे दिन धीरज के विषाक्त पदार्थ खाने से हालत बिगड़ने पर चकिया से जिला संयुक्त चिकित्सालय में पहुंचा कर इलाज कराया जा रहा है। इलाज के दौरान धीरज ने बताया कि उसकी पत्नी ने ही उसे जहर खिला दिया था। हालांकि वह बाकी जानकारी देने से बचने का प्रयास करता रहा। थानाध्यक्ष प्रियंका सिंह बताया कि शुरुआती घटनाक्रम की जानकारी होने तथा युवक द्वारा विषाक्त पदार्थ खाने की जानकारी होने पर मौके पर पुलिस टीम गई थी। जिला संयुक्त चिकित्सालय में इलाज चल रहा है और इस समय उसका हालत सामान्य है। बताया कि आरोपी युवक का चचेरा भाई है और उम्र में उससे दो साल बडा है। जिसे पकड़कर थाना लाने के बाद पूछताछ की जा रही है। अभी तक किसी की ओर से कोई तहरीर नहीं मिली है।

Chandauli
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