चंदौली। एससी/एसटी एक्ट में जेल में निरूद्ध पत्रकार कार्तिकेय पांडेय बुधवार वाराणसी जिला कारागार से जमानत पर रिहा हुए और सीधे जिला मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान वहां पर पत्रकारों ने अपने साथी कार्तिकेय का स्वागत किया। तत्पश्चात पत्रकारों ने कार्तिकेय पांडेय की रिहाई में अहम भूमिका निभाने वाले डिस्ट्रिक्ट डेमोक्रेटिक बार एसोसिएशन के महामंत्री झन्मेजय सिंह का माल्यार्पण कर क्रांतिकारी अभिवादन किया।
इस दौरान पत्रकारों ने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए कर्तिकेय पांडेय का प्रकरण नजीर है। एक तरह जहां सत्तासीन नेता दमनकारी नीति बनाकर देश में लोकतंत्र की बजाय राजतंत्र कायम करने पर अमादा है। ऐसे में विधि का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ता बंधुओं द्वारा सरस्वती उपासक पत्रकारों के हितों की रक्षा की लड़ाई को लड़ा और जबरन जेल भेजे गए पत्रकार की रिहाई में न्यायिक लड़ाई लड़ी और अपने तर्कों व साक्ष्यों को न्यायालय के पटल पर लाकर सही को सही साबित करने का प्रयास किया। ऐसे क्रांतिकारियों साथियों का समाज को मान-सम्मान व हौसला बढ़ाना चाहिए, ताकि समाज में जब भी कुछ गलत, अनैतिक व गैरकानूनी कृत्य हो तो पीड़ितों के अधिकार की रक्षा के लिए लोग खड़े नजर आए। ऐसे मामले हौसला देते हैं और आगे आने वाले दिनों के लिए एक उम्दा नजीर भी होगी। इस अवसर पर रविशंकर मिश्रा, मुरलीश्याम, सुजीत कुमार, चंदन सिंह, अमित द्विवेदी, कमलेश गिरी, अमित पांडेय, हिमांशु पाठक आदि उपस्थित रहे।
पत्रकार के लिए न्यायिक संघर्ष करने वाले झन्मेजय सिंह का हुआ सम्मान
चंदौली के प्रधान कैलावर पुलिस चौकी इंचार्ज के खिलाफ
चंदौली। चहनियां ब्लाक के इटवा प्रधान के खिलाफ पुलिसिया उत्पीड़न से आहत चहनियां ब्लाक के प्रधानों का एक दल बुधवार को पुलिस अधीक्षक अमित कुमार से मिला। इस दौरान प्रधानों ने चौकी इंचार्ज कैलावर पर अमानवीय व अभद्र व्यवहार किए जाने का आरोप लगाया। मांग किया कैलावर चौकी इंचार्ज को हटाते हुए उनके खिलाफ कार्यवाही की मांग की।
ब्लाक अध्यक्ष राजेश यादव ने कहा कि ग्राम पंचायत इटवां में सामुदायिक शौचालय सरकार की मंशा के अनुरूप निर्माण कार्य कराया जा रहा था जिसे ग्राम पंचायत कु कुछ अवांछनीय व शरारती तत्वों द्वारा क्षति पहुंचाया जाने जाने पर इसकी शिकायत यूपी-112 पुलिस से की। इसके बाद थाना प्रभारी बलुआ को भी सूचित किया। प्रधान जब थाने जाकर थाना प्रभारी को प्रार्थना पत्र दिया गया तो उन्होंनेे कैलावर चौकी प्रभारी द्वारा समस्या के निराकरण की बाद कही गयी। कुछ समय बाद चौकी प्रभारी बलुआ थाने पर आए प्रधान को बुलाकर जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए गालियां दी। उनका मोबाइन छिन लिया और मारते हुए गला दबाने लगे। धमकी दी कि तुम्हें जेल भेज दूंगा। इसके बाद 107, 116 एवं 151 में चालान कर दिया। यह पूरी तरह से ग्राम पंचायत इटवां अमानवीय कृत्य है। लिहाजा चौकी प्रभारी कैलावर के विरूद्ध कठोर कार्यवाही अमल में लाए। इस दौरान शशि, सुनील सिंह, दिलीप कुमार, रामसिंह चौहान, गिरजा प्रसाद, सुरेश सोनकर, विनोद कुमार, सरोज देवी, बबिता सिंह, विनोद कुमार आदि उपस्थित रहे। जिलाध्यक्ष पवन प्रताप सिंह ने बताया एसपी अमित कुमार ने प्रकरण की जांच सीओ सकलडीहा से इसकी जांच कराकर उचित कार्यवाही कार्यवाही का भरोसा दिया।
वाह रे! पुलिस‚ मुर्दे के खिलाफ दर्ज कर लिया एफआईआर
मामला पटल पर आने के बाद संबंधित दरोगा पर गिरी गाज
जालौन‚ ब्यूरो। सूबे की पुलिस अपने अजीबोगरीब कारनामे इन दिनों सुर्खियां बंटोर रहा है। मामला चाहे अपराधियों के खिलाफ मुठभेड़ के वक्त बंदूक नहीं चलने पर मुंह से ही ठांय-ठांय की आवाज निकालकर अपराधी को डराने का हो या फिर मुर्दे पर ही FIR दर्ज कर दर्ज करने जैसी कार्यवाही की। ऐसी अजीबोगरीब कृत्य केवल यूपी की करती नजर आएगी। ऐसा ही एक दिलचस्प मामला उरई में हो गया। यहां पति-पत्नी में विवाद के बाद पति ने सुसाइड कर लिया। इधर पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने मृत पति के खिलाफ ही FIR दर्ज कर दिया।
बताते हैं कि जालौन जिले के उरई कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार पांडेय के आदेश पर मृतक के खिनाफ ही मारपीट और थोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच में ले लिया गया। जब मामले की जानकारी आला अधिकारी को हुई तो कोतवाली प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई हो गई। दरअसल कोतवाली क्षेत्र के राजेंद्र नगर मोहल्ला में सागर नाम के एक युवक ने पूजा नाम की लड़की से लव मैरिज किया था। दोनों में आए दिन विवाद होता रहता था। इधर शनिवार को मामला इतना बढ़ गया कि युवक घर में ही फंदे से झूल गया। उसके सुसाइड की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा कर शव कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। दूसरी ओर मृतक की पत्नी थाने में पहुंच गई और उसने मृत पति के खिलाफ मारपीट और धोखाधड़ी की शिकायत की। चौंकाने वाली बात ये कि मामले में मृतक के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया गया। मामले की जानकारी एसपी तक पहुंची तो उन्होंने कोतवाल को लाइन हाजिर कर जांच के आदेश दे दिए हैं।
कैंसर पीड़ित पिता के ईलाज का भार उठा रहे बेटियां
सकलडीहा। सरकार व सरकारी दावे खोखले व बेबस हैं। यह आरोप नहीं है बल्कि इन योजनाओं की जमीनी हकीकत है। गरीबों के सहयोग‚ कल्याण के लिए बनी सरकार की योजनाओं पर भले ही करोड़ों–अरबों रुपये खर्च हो जाते हैं‚ लेकिन जब बात गरीब को उनका लाभ मिलने की हो तो समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति के हाथ खाली के खाली रह जाते हैं। जी हांǃ अम्बेडकर नगर गांव में एक गरीब परिवार के समक्ष कुछ ऐसी ही परिस्थिति है। परिवार के पास प्रधानमंत्री आयुष्मान कार्ड है। बावजूद इसके परिवार की दो बेटियां अपने कैंसर पीड़ित परिवार का दवा–ईलाज नहीं करा पा रही है। इस परिवार पर आर्थिक तंगी इस कदर हावी है कि परिवार को अपना पेट पालना भी मुश्किल हो गया है ऐसे में अब पूरा परिवार ईश्वर भरोसे जी रहा है।
बताते हैं कि सकलडीहा कस्बा के अम्बेडकर नगर निवासी 62 वर्षीय श्याम बिहारी को एक पुत्र विकास और दो पुत्री पूनम और दीपा है। श्याम बिहारी मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करते थे। उन्हें कुछ साल से कैंसर रोग हो गया। इससे पीड़ित होने के कारण परिवार के सामने भरण पोषण को लेकर दिक्कत होने लगी है। ऐसे में बुर्जुग पिता का इलाज करा पाना बेटे और बेटियों के सामने समस्या खड़ी हो गयी है। फिलहाल जैसे–तैसे पिता के ईलाज की जिम्मा बेबस व लाचार बेटियां अपने कंधे पर संभाले हुए हैं‚ लेकिन अब तक उनकी मदद के लिए न तो सरकारी महकमा आगे आया और ना ही स्थानीय नेता व जनप्रतिनिधियों ने बेबस परिवार के मदद के लिए आगे आए। हालात इतने खराब है कि परिवार के पास वाराणसी स्थित अस्पताल या अन्य दूसरे स्थान पर मौजूद अस्पताल तक जाने का भाड़ा–किराया तक नहीं है। ऐसे में स्थानीय विधायक‚ सांसद व सुविधा सम्पन्न लोग परिवार की मदद के लिए आगे आ जाएं तो गरीब परिवार की बेटियों के आंखों में अपने पिता का समुचित ईलाज न करा पाने की बेबसी दूर होगी। साथ ही परिवार को पेट भरने के लिए भी जद्दोजहद नहीं करनी होगी। एक कच्चे मकान में रह रहा गरीब परिवार की बेटियों ने प्रदेश सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधि सांसद, मंत्री और विधायक से पिता की इलाज के लिये गुहार लगाया है।
प्रशिक्षु व पढ़े-लिखे युवा स्वरोजगार से जुड़कर दूर करें बेरोजगारीः गिरीजेश
पूर्वांचल कम्प्यूटर सेंटर पर सफल अभ्यर्थी को प्रमाण-पत्र देते सेवायोजन अधिकारी।
चंदौली। पूर्वांचल कम्प्यूटर सेंटर पर सीएससी इंडिया लिमिटेड की ओर से प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना अंतर्गत आयोजित आरपीएल प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ। इस दौरान फील्ड सर्वे एनुमरेटर में 42 सफल प्रशिक्षओं को जिला सेवायोजन अधिकारी गिरीजेश कुमार गुप्ता ने प्रमाण-पत्र प्रदान कर उनका हौसला बढ़ाया। इस दौरान जिला प्रबंधक सीएससी अजय पांडेय व रामचंद्र यादव ने पूर्वांचल कम्प्यूटर की ओर से ड्रेस वितरित किया गया।
इस दौरान जिला सेवायोजन अधिकारी ने युवाओं को स्वरोजगार से जुड़ने का आह्वान किया। कहा कि बढ़ती बेरोजगारी को स्वरोजगार से कम किया जा सकता है। रोजगार के नए अवसरों को सृजित किया जा रहा है। कहा कि युवाओं को नौकरी से जोड़ने के लिए विभाग की ओर से नियमित अंतराल पर रोजगार मेले का आयोजन किया जाता है, ताकि पढ़े-लिखे प्रशिक्षु युवाओं को उनकी दक्षता के मुताबिक रोजगार मिल सके। प्रबंधक रामचंद्र यादव ने भी युवाओं को इस प्रशिक्षण में मिली जानकारी का उपयोग अपने जीवन को बेहतर बनाने में करें।
गला दबाकर पत्नी को उतारा मौत के घाट‚ कबूल किया जुर्म
डीडीयू नगर‚ चंदौली। चंदौली जिले के मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के लखमीपुर में मंगलवार की दोपहर विवाद के बाद गुस्साए पति ने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी पति ने मुगलसराय कोतवाली पहुंचकर पुलिस के समक्ष अपना जुर्म कबूल कर लिया। जानकारी के बाद कोतवाली पुलिस पति के साथ मौके पर पहुंची और फॉरेंसिक टीम के साथ जांच में जुट गयी।
पुलिस के मुताबिक क्षेत्र के लखमीपुर निवासी धमेंद्र की शादी 12 साल पहले धानापुर थाना क्षेत्र के नरौली गांव निवासी लतेरन यादव की बेटी संगीता(32) से हुई थी। धमेंद्र पेशे से मजदूर है जो लॉकडाउन में दिल्ली से नौकरी छोड़कर घर आया था। धमेंद्र का एक बेटा और दो जुड़वा बेटियां भी हैं। मंगलवार की दोपहर पति पत्नी में किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसके बाद मारपीट शुरू हो गई। धमेंद्र ने संगीता का गला दबा दिया‚ जिससे उसकी मौत हो गयी। इसके बाद धर्मेंद्र मुगलसराय कोतवाली पहुंचकर घटना की जानकारी दी और अपना जुर्म कबूल कर लिया।
जितेंद्र यादव जीतू को जिम्मेदारी संग मिला अखिलेश यादव का स्नेह
चंदौली। जनक्रांति यात्रा के साथ प्रदेश भ्रमण पर निकले समाजवादी नेता जितेंद्र सिंह यादव जीतू सैफई में सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मिले। इस दौरान उन्होंने विधानसभा चुनाव को लेकर तैयार कराए गए समाजवादी विकास रथ के बारे में राष्ट्रीय अध्यक्ष को बताया। उन्होंने जितेंद्र यादव जीतू के इस प्रयास की प्रशंसा की। कहा कि इस जोश व जुनून से सपाइयों को विधानसभा चुनाव लड़ना और जीतना है। इस दौरान जितेंद्र यादव ने कहा कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव व पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव एक-एक कार्यकर्ता को अपने दिल के करीब रखते हैं। सपा से जुड़ा एक-एक कार्यकर्ता समाजवादी परिवार का सदस्य है, जो अपने काम को कभी अकेला ना सकते। कहा कि अखिलेश यादव ने अपने स्नेह के साथ-साथ विधानसभा चुनाव की चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी भी सौंपी है, जिसे पूरा करने के लिए एक अच्छी प्लानिंग व टीम वर्क की जरूरत है। बताया कि चंदौली लौटने के बाद विधानसभा चुनाव को लेकर कार्ययोजना तैयार करने के साथ ही उसे जमीनी रूप देने के लिए एक अच्छी टीम का सृजन किया जाएगा। जिसमें ऊर्जावान साथियों के साथ ही बड़ों को मार्गदर्शक के रूप में रखा जाएगा।
जेंगुरी जाकर जाना पीड़ित परिवार का दर्द, हौसला दे गए सपाई
इलिया। जेंगुरी के पूर्व प्रधान पप्पू पासवान के अचानक लापता होने से परिजन उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित व परेशान है। ऐसे में जिसे भी इस घटना के बारे में जानकारी प्राप्त हो रही है वह परिजनों से मिलकर धैर्य व ढांढस बंधाने उनके दरवाजे पहुंच रहा। इस क्रम में समाजवादी युवजन सभा के जिला महासचिव दिलीप पासवान सपाइयों संग जेंगुरी गांव पहुंचे और उन्होंने परिवार को हौसला दिया। इसके बाद उन्होंने शहाबगंज थाना प्रभारी से इस प्रकरण में बातचीत की और पूर्व प्रधान पप्पू पासवान की तलाश तेज करने की गुजारिश की। बताया कि शहाबगंज पुलिस की ओर से मोबाइल सर्विलांस से तलाश की जा रही है। दिलीप पासवान ने कहा कि पूर्व प्रधान का परिवार अत्यंत गरीब है जो इस वक्त संकट के दौर से गुजर रहा है। भरोसा दिया कि पासवान समाज पीड़ित परिवार की हरसंभव मदद करेगा।
एससी/एसटी मामले में पत्रकार कार्तिकेय पांडेय को मिली जमानत पर रिहाई
चंदौली। विधायक शारदा प्रसाद के खिलाफ खबर लिखकर सुर्खियों में आए चकिया के पत्रकार कार्तिकेय पांडेय को विशेष न्यायाधीश एससी/एसटी एक्ट अम्बर रावत की अदालत ने मंगलवार को जमानत पर रिहाई दे दी है। उक्त पत्रकार के खिलाफ भाजपा विधायक द्वारा अनुसूचित जाति एवं जनजाति निवारण अधिनियम के साथ-साथ मानहानि का मामला चकिया थाने में दर्ज कराया गया था, जिसके बाद से आरोपी पत्रकार कार्तिकेय पांडेय वाराणसी जिला जेल में निरूद्ध चल रहे थे। मंगलवार को सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष के अधिवक्ता झन्मेजय सिंह व पंकज सिंह ने न्यायालय के समक्ष तर्क एवं तथ्यों को रखा। अधिवक्ताओं ने न्यायालय को बताया कि आरोपी के खिलाफ चकिया थाने में दर्ज एफआईआर में एससी/एसटी एक्ट का मामला सुनसुनाई बातों पर दर्ज किया गया है। एफआईआर में घटना का स्थान, घटना का समय व किस समर्थक के समक्ष जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है इसका उल्लेख नहीं है। पूरी एफआईआर बनी बनाई कहानी पर आधारित है। विशेष न्यायाधीश अम्बर रावत ने अभियोजन व बचाव पक्ष के तथ्यों को सुनने के बाद मुल्जिम पत्रकार के जमानत प्रार्थना पत्र को स्वीकार कर लिया। न्यायालय ने कार्तिक पांडेय के जमानत प्रार्थना-पत्र को स्वीकार करते हुए 25 हजार रुपये का व्यक्तिगत बंध पत्र व इसी राशि की दो प्रतिभू निष्पादित करने पर जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया है।
सपा के राष्ट्रीय सचिव की बढ़ी मुश्किलें,कभी भी जा सकते हैं जेल
चंदौली। जिला प्रशासन से पंगा लेना सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू को मंहगा पड़ता दिखाई दे रहा है। उन्हें पुलिस कभी भी जेल भेज सकती है। मंगलवार की सुबह सैयदराजा स्थित आवास पर पुलिस ने पहुंचकर उन्हें नोटिस तमिला करा दिया।
जिले के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू पर पुलिस ने अब शिकंजा कसने का कार्य शुरू कर दिया। इसके साथ ही पुलिस द्वारा संबंधित मामलों में उन्हें नोटिस की तामील कराने की शुरूआत भी कर दी गयी है ।बताते चलें कि सैयदराजा के पूर्व विधायक व सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू को मंगलवार को पुलिस द्वारा एक नोटिस दी गई है। जिसमें लगभग 15 धाराओं में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमें मनोज सिंह डब्लू द्वारा महुजी गाँव के पूर्व प्रधान के खिलाफ धरना पर बैठने तथा बवाल करने के कारण यह मुकदमा कुल 51 लोगों के खिलाफ नामजद तथा 200 से 250 अज्ञात लोगों के खिलाफ जादू टोना के नाम पर भ्रम फैलाने तथा अपने प्रतिनिधित्व में विधि विरुद्ध सार्वजनिक सड़क को जाम करने यातायात के विरुद्ध तरीके से पूर्णतया या सड़क को बाधित करने के साथ-साथ अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लोगों के खिलाफ अब पुलिस द्वारा कार्रवाई तेज कर दी गई है। वहीं सपा राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू का कहना है कि मेरे द्वारा सेना भर्ती के मामले में सेना के अधिकारियों से मिलकर युवाओं भर्ती की तैयारी की जा रही थी। जिसको सत्ता पक्ष के लोगों द्वारा देखा नहीं गया। इसके कारण यह भर्ती के कार्य को रोकने के लिए पुलिस के जरिए नोटिस भेजकर हमे मानसिक रूप कर रहे है।