शहाबगंज कस्बे में पुलिस बैरिकेड्स के पास मुस्तैद पुलिस।
बिहार राज्य को जोड़ने वालों रास्तों पर बढ़ा पुलिस का पहरा
शहाबगंज। पशु तस्करी के लिए शहाबगंज थाना इलाका अब सेफ नहीं रह गया। पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेट्स का ऐसा जाल बुना है कि पशु तस्कर व उनकी गाड़ियां आए दिन उसमें उलझकर रह जा रही है। पिछले कुछ दिनों के रिकार्ड्स पर गौर फरमाएं तो पुलिस के ये दावे काफी हद तक पुष्ट नजर आते हैं। इन दिनों पुलिस ने दर्जनों मवेशियों को मुक्त कराने के साथ-साथ दो दर्जन गौ-तस्करों को सलाखों के पीछे भेजने में सफल रही है, लिहाजा यह कहा जा सकता है कि गौ-तस्करी को लेकर शहाबगंज पुलिस इन दिनों गंभीर है।
पशु तश्करी रोकने के लिए शहाबगंज पुलिस ने थाना क्षेत्र के उन सभी रास्तों पर बैरिकेडट्स लगा दिए हैं जो बिहार राज्य को जोड़ते हैं। साथ ही वहां पर निगरानी के लिए पुलिसकर्मी चौबीसों घण्टे मुस्तैदी से ड्यूटी कर रहे हैं जो पशुओं के साथ-साथ गैरकानूनी वस्तुओं की तस्करी पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। हाल फिलहाल पुलिस की ओर से करनौल मोड़, विशुनपुरा गांव के तिराहा, गांव तथा स्थानीय कर्मनाशा नदी पर बने पुल पर बैरिकेडिंग लगाई गई है, जहां अलग-अलग समय पर पुलिस बल का पहरा भी रहता है। संदेह एवं मुखबिर खास की सूचना पर इन चेक प्वाइंटों पर पुलिस दल सख्ती बढ़ाकर आने-जाने एक-एक वाहन व व्यक्तियों की जांच पड़ताल की जाती है।
पुलिस ने एक जून को स्थानीय विकास खण्ड मुख्यालय के समीप से एक पिकअप पर लादकर बिहार ले जा रहे चार पशु बारमद किया। साथ ही दो गौ तश्करों को गिरफ़्तार किया। छह जून को पुलिस ने भोड़सर गांव के पास से पिकअप से 6 पशु बारमद करने के साथ ही तीन गौ तस्करों को गिरफ़्तार किया। 17 जुलाई को पुलिस ने विशुनपुरा गांव से दो पिकअप 11 पशु बारमद किए तथा छह पशु तश्करों को गिरफ़्तार किया। तीन अगस्त को स्थानीय कर्मनाशा नदी पुल से दो पिकअप 9 पशु बरामद कर सात तश्करों को पुलिस ने पकड़ा। इसके अलावा पांच सितम्बर को पुलिस ने भोड़सर गांव से मैजिक से चार पशु बरामद कर दो तस्करों को पकड़ा। इस संबंध में थाना प्रभारी मनोज कुमार कहा कि पशु तश्करी रोकने के लिए आस-पास के थानों से भी सहयोग मिल रहा है।